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रूस के कामचटका क्षेत्र में आए भयंकर भूकंप के बाद सुनामी का अलर्ट, ट्रंप बोले -जापान और अमेरिकी तटों को भी खतरा!

Tsunami alert after the terrible earthquake in Russia Kamchatka region Trump Japan and American
inkhbar News
  • Last Updated: July 30, 2025 13:01:13 IST

Earthquake in Russia : रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका में बुधवार सुबह रिक्टर स्केल पर 8.8 तीव्रता का भूकंप आया। यह भूकंप समुद्र के नीचे 19.3 किलोमीटर की गहराई में आया,जिससे कई देशों में तेज झटके महसूस किए गए। इस भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है और समुद्र के किनारे बसे देशों में अलर्ट जारी किया गया है।

जापान में सुनामी लहरों का कहर

जापान की मौसम एजेंसी के मुताबिक,कामचटका में आए भूकंप के बाद जापान के 16 स्थानों पर सुनामी की लहरें देखी गईं। इशिनोमाकी बंदरगाह पर 50 सेंटीमीटर ऊंची सुनामी लहर दर्ज की गई,जो अब तक की सबसे ऊंची लहर मानी जा रही है। इसके अलावा अन्य तटीय इलाकों में 40 सेंटीमीटर तक की लहरें देखी गई हैं, और ये लहरें दक्षिण दिशा की ओर बढ़ रही हैं। जापान में इस स्थिति को देखते हुए फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को खाली कर दिया गया है। 2011 में इसी संयंत्र को भूकंप और सुनामी के कारण भारी नुकसान हुआ था और इसके बाद से इसे लेकर लगातार सतर्कता बरती जा रही है।

हवाई में सुनामी का असर

हवाई में भी भूकंप के असर ने हलचल मचाई है। होनोलूलू के समुद्र तटों से स्थानीय लोग और पर्यटक लौट रहे हैं, और वहां भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। हवाई में 3 से 12 फीट तक की लहरों की आशंका जताई गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस में आए भूकंप और उसके बाद के सुनामी खतरे को देखते हुए कैलिफोर्निया और हवाई के तटीय इलाकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। इन क्षेत्रों में भी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है और बचाव कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयारियां की जा रही हैं।

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दुनिया भर में सुनामी का खतरा, दर्जनों देश अलर्ट मोड में

रूस में आए इस विनाशकारी भूकंप के बाद सुनामी की चपेट में कई देशों और द्वीपों के आने की आशंका है। अमेरिकी समोआ, एंटार्कटिका, कोलंबिया, कुक आइलैंड्स, कोस्टा रिका, अल सल्वाडोर, फिजी, गुआम, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, मैक्सिको, पेरू, फिलीपींस, समोआ, ताइवान, टोन्गा, वानुअतु जैसे दर्जनों देशों और द्वीपों को सुनामी की चपेट में आने का खतरा है।

भारत सहित अन्य देशों में राहत कार्यों की शुरुआत

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने आपात बैठक बुलाकर राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है। जुलाई में इस क्षेत्र में पहले भी 7.4 तीव्रता का भूकंप आ चुका था, जिससे इलाके में नुकसान हुआ था। राहत कार्यों के तहत बचाव दलों को तटीय क्षेत्रों में भेजा गया है, और प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है।

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अमेरिका के यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र के मुताबिक अगले तीन घंटों के भीतर रूस और जापान के तटीय क्षेत्रों में 3 मीटर तक की सुनामी लहरें उठने की संभावना है। फिलीपींस, मार्शल आइलैंड्स, पलाऊ और अन्य द्वीपों में हल्की लहरों की चेतावनी जारी की गई है।

कामचटका क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील

कामचटका क्षेत्र रूस के सुदूर पूर्व में स्थित है और यह प्रशांत महासागर से घिरा हुआ है, भूकंपीय दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील माना जाता है। इस क्षेत्र में 1952 में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जो अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है। जुलाई में भी इस क्षेत्र में अब तक पांच बार भूकंप आ चुका है, जो क्षेत्र की भूकंपीय सक्रियता को और अधिक बढ़ाता है।