RG Kar Medical College : आरजी कर मेडिकल कॉलेज बलात्कार और हत्या कांड की पहली बरसी पर न्याय की मांग को लेकर आयोजित ‘नबन्ना चलो’ मार्च शनिवार को हिंसक हो उठा, जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. इसके बाद मध्य कोलकाता में अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
मार्च का नेतृत्व विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी,भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल और मृतक महिला डॉक्टर के माता-पिता ने किया. प्रदर्शनकारियों का लक्ष्य पश्चिम बंगाल सचिवालय ‘नबन्ना’ तक पहुंचना था, लेकिन पुलिस ने एस्प्लेनेड स्थित डोरीना क्रॉसिंग सहित कई जगहों पर उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए.
प्रदर्शनकारियों के हाथों में तिरंगा, पोस्टर और बैनर थे, जिन पर पीड़िता के लिए न्याय और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग लिखी थी. सुवेन्दु अधिकारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से बिना पार्टी झंडे के मार्च में शामिल होने की अपील की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी प्रशासन इस भारी भीड़ से डर गया है, जो आज सड़कों पर उतरी है.
पुलिस ने नबन्ना से सटे इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी. हावड़ा ब्रिज और विद्यासागर सेतु पर वाहनों की आवाजाही रोकी गई. रणनीतिक स्थानों पर भारी पुलिस बल, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान और पानी की बौछारें तैनात की गईं. ड्रोन से भी निगरानी की गई.
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पिछले वर्ष राज्य संचालित आरजी कर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात महिला डॉक्टर के साथ अस्पताल परिसर में ही क्रूरतापूर्वक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी. यह मामला पूरे राज्य में आक्रोश का कारण बना और विपक्ष ने इसे कानून-व्यवस्था की विफलता बताया.