Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दुर्गा पूजा समितियों को 1.1 लाख रुपये के सरकारी अनुदान की घोषणा के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. इस फैसले पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख पर धर्म आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया है.
राज्य की भाजपा महासचिव और आसनसोल दक्षिण से विधायक अग्निमित्रा पॉल ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार राज्य के विकास को नजरअंदाज कर केवल दान बांटने और धार्मिक तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है.
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उन्होंने कहा कि मंदिर बनाना और पूजा के लिए अनुदान देना किसी सरकार का मुख्य उद्देश्य नहीं हो सकता. ममता बनर्जी सड़कें बनाने, रोजगार सृजन जैसे जरूरी मुद्दों से ध्यान भटका रही हैं और अब केवल धर्म की राजनीति में उलझ गई हैं. पॉल ने यह भी आशंका जताई कि इस कदम के बाद अन्य समुदायों के लोग भी अपने धार्मिक स्थलों के लिए इसी तरह की सहायता की मांग करेंगे.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे सरकार ने दीघा के जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया, वैसे ही अब अन्य समुदाय भी समान सुविधाओं की अपेक्षा करेंगे. भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया कि वह सभी धर्मों के लोगों के कल्याण, शिक्षा के विकास और रोजगार के अवसर सृजित करने के पक्ष में है. पार्टी का कहना है कि सरकार को सभी नागरिकों के लिए समान विकास नीतियां अपनानी चाहिए, न कि किसी विशेष समुदाय को लक्षित करके निर्णय लेने चाहिए.
गौरतलब है कि अगले साल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं, और उससे पहले राज्य में राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है. ममता बनर्जी की सरकार द्वारा दुर्गा पूजा को दिए गए सरकारी अनुदान को भाजपा आगामी चुनावों से पहले एक “चुनावी चाल” बता रही है, वहीं टीएमसी का तर्क है कि यह बंगाल की सांस्कृतिक परंपरा को संरक्षण देने की दिशा में उठाया गया कदम है.