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रक्षाबंधन पर योगी सरकार का कमाल : 2 दिन में 50 लाख यात्रियों ने किया बस सफर, 70% ने पाई फ्री यात्रा की सौगात

Women will get free bus travel facility in these states on Raksha Bandhan
inkhbar News
  • Last Updated: August 10, 2025 18:20:49 IST

Yogi government : रक्षाबंधन (Rakshabandhan) पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi government) की ओर से महिलाओं के लिए शुरू की गई निशुल्क बस यात्रा योजना ने इस बार रिकॉर्ड बना दिया। सिर्फ दो दिनों (8 और 9 अगस्त) में 50 लाख से ज्यादा यात्रियों ने रोडवेज बसों में सफर किया, जिनमें 70% तक महिलाएं थीं। 8 अगस्त को 19.5 लाख और रक्षाबंधन के दिन 31.7 लाख यात्रियों ने यात्रा की। तीसरे दिन यानी 10 अगस्त को यह आंकड़ा 75 लाख के पार पहुंचने का अनुमान है। योजना के तहत 8 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त रात 12 बजे तक प्रदेश की माताओं-बहनों और उनके एक सहयात्री को सभी श्रेणी की रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा दी गई। गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर समेत 10 बड़े स्टेशनों पर अतिरिक्त बसें चलाई गईं और कर्मचारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई।

3 दिनों में 75 लाख यात्रियों के सफर का अनुमान

परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर के अनुसार सामान्य दिनों में निगम की बसों में प्रतिदिन 14-15 लाख यात्री सफर करते हैं, लेकिन इस बार रक्षाबंधन पर्व के शुरुआती दो दिनों में ही यह आंकड़ा 50 लाख से अधिक पहुंच गया। इनमें लगभग 70 प्रतिशत महिला यात्री थीं, जिन्होंने मुख्यमंत्री योगी की ओर से दिए गए 66 घंटे के ‘सम्मान के तोहफे’ का लाभ लिया। एमडी सरवर ने बताया कि 8 अगस्त की सुबह 6 बजे से ही बस अड्डों पर यात्रियों की भारी भीड़ रही। पहले दिन यानी 8 अगस्त को 19.5 लाख से ज्यादा लोगों ने यात्रा की, जो सामान्य दिनों की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक था। रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को तो यह संख्या 31.7 लाख के पार पहुंच गई, जो सामान्य दिनों की तुलना में 210 प्रतिशत से अधिक रही। तीसरे दिन 10 अगस्त को दोपहर 12.50 बजे तक ही 13 लाख यात्री सफर कर चुके थे और रात 12 बजे तक यह संख्या 25 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। इस तरह तीन दिनों में 75 लाख से अधिक लोग बसों में यात्रा करेंगे, जो परिवहन निगम के इतिहास में अभूतपूर्व संख्या है।

चलाई गईं अतिरिक्त बसें, तैनात रहे सभी कर्मचारी

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बार 8 अगस्त सुबह 6 बजे से 10 अगस्त मध्यरात्रि 12 बजे तक महिलाओं और बेटियों के लिए सभी श्रेणी की रोडवेज बसों में निःशुल्क यात्रा सुविधा उपलब्ध कराई गई। इस अवधि में जरूरत के अनुसार अतिरिक्त बसें चलाई गईं और समस्त अनुबंधित बसों को भी संचालन में लगाया गया। प्रमुख बस स्टेशनों — गाजियाबाद, मुरादाबाद, मेरठ, बरेली, लखनऊ, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, कानपुर एवं इटावा — पर यात्रियों की अधिक संख्या को देखते हुए विशेष ड्यूटी और अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई। उन्होंने यह भी बताया कि चालक-परिचालकों को प्रोत्साहन राशि देने की योजना लागू की गई है, जिसमें 1800 किलोमीटर संचालन पूर्ण करने पर ₹1200 का भुगतान और 6 दिनों तक लगातार कार्य करने पर अतिरिक्त ₹0.55 प्रति किलोमीटर दिया जाएगा। वहीं तकनीकी कर्मचारियों को भी प्रतिदिन उपस्थित रहने पर एकमुश्त ₹500 की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। संचालन व्यवस्था बेहतर बनाए रखने वाले कार्मिकों और पर्यवेक्षकों को भी ₹5000 प्रति स्टेशन के हिसाब से सम्मानित किया जाएगा।

बहनों ने योगी भाई को दिया धन्यवाद

इस सुविधा का लाभ पाने वाली प्रदेश की लाखों महिलाओं ने इस तोहफे के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की यह पहल सिर्फ एक यात्री सुविधा नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण और सम्मान का प्रतीक है, जिससे न केवल रक्षाबंधन पर्व की खुशियां बढ़ी हैं, बल्कि करोड़ों महिलाओं को सुरक्षित, सुलभ और सम्मानजनक यात्रा का भरोसा भी मिला है। झांसी बस डिपो से यात्रा करने वाली संध्या ने कहा कि योगी सरकार ने यह अच्छा कदम उठाया है। इससे महिलाओं को काफी अच्छा महसूस हो रहा है। मुरादाबाद बस डिपो पर महिला यात्री जीतू ने कहा कि इस पहल से लाखों बहनों को लाभ हो रहा है, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हार्दिक शुक्रिया। योगी सरकार की सुविधा का लाभ हिंदु समुदाय के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय की बहनों ने भी उठाया। उन्होंने भी एक सहयात्री के साथ निशुल्क यात्रा की और योगी सरकार का धन्यवाद दिया।

8 सालों में 1.23 करोड़ बहनों को मिला मुफ्त सफर का लाभ

2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शुरू हुई रक्षाबंधन पर माताओं-बहनों के लिए रोडवेज बसों में निशुल्क यात्रा की योजना बीते आठ वर्षों में नारी सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता का प्रतीक बन गई है। इन 8 वर्षों में 1,23,30,194 महिलाओं को इसका लाभ मिला है, जिसके लिए सरकार ने ₹101.42 करोड़ का आर्थिक बोझ वहन किया। इन वर्षों में 2023 में सर्वाधिक 29 लाख से अधिक महिलाओं ने निशुल्क यात्रा की। यह सुविधा खासकर ग्रामीण, पिछड़े और निम्न आय वर्ग की महिलाओं के लिए “सम्मान का तोहफा” साबित हुई है, जिससे उन्हें सुरक्षित, सुलभ और सम्मानजनक यात्रा का अवसर मिला। इस पहल का लाभ सिर्फ हिंदू ही नहीं, मुस्लिम समुदाय की बहनों ने भी उठाया। यात्रियों ने इसे महिला सशक्तिकरण और सम्मान का प्रतीक बताते हुए योगी सरकार का धन्यवाद किया। 2017 से अब तक इस योजना से 1.23 करोड़ महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं, जिस पर सरकार ₹101 करोड़ से अधिक खर्च कर चुकी है।

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