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मानसून सत्र में गूंजेगा ‘विकसित यूपी’ का सपना, 25 साल का विजन प्लान पर 24 घंटे मंथन

The dream of 'Developed UP' will reverberate in the monsoon session
inkhbar News
  • Last Updated: August 11, 2025 16:02:28 IST

UP Monsoon Session : उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Legislative Assembly) के मानसून सत्र 2025 (Monsoon Session 2025) की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य के भविष्य के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप पेश किया। उन्होंने घोषणा की कि आगामी 13 और 14 अगस्त को विधानमंडल में लगातार 24 घंटे ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के विजन पर चर्चा होगी।

अगले 25 साल का विजन डॉक्यूमेंट होगा पेश

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सत्र स्वतंत्रता के अमृत काल के तीसरे वर्ष में विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘विकसित भारत’ के संकल्प के अनुरूप, राज्य सरकार ने नीति आयोग और विशेषज्ञों के सहयोग से 2047 तक का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। “जब 2047 में भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश भी ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के रूप में तैयार होगा,” योगी आदित्यनाथ ने आत्मविश्वास के साथ कहा।

सीएम ने बताया कि सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं के बीच इस अभूतपूर्व चर्चा पर सहमति बनी है। यह चर्चा न केवल विधानसभा और विधान परिषद में होगी, बल्कि आम जनता की राय भी इस विजन डॉक्यूमेंट में शामिल की जाएगी।

सरकार सभी प्रश्नों के लिए तैयार

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार प्रश्नकाल और शून्यकाल में सभी सवालों का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने सभी दलों से सार्थक और रचनात्मक चर्चा की अपील की। “हम सदन में आने वाले हर प्रस्ताव का सम्मान करेंगे। युवाओं के हित, यूपी के विकास और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं,” उन्होंने कहा।

बाढ़ से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर तक व्यापक एजेंडा

मानसून सत्र में मौसमी चुनौतियों जैसे बाढ़ और जलजमाव के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े मुद्दों पर गहन चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने पिछले साढ़े आठ वर्षों में सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा पाई है।

समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “विपक्ष का एजेंडा विकास के बजाय नकारात्मकता पर केंद्रित रहता है। वे असंसदीय भाषा के प्रयोग के लिए पहले से ही कुख्यात हैं।” उन्होंने विपक्ष से विकासोन्मुखी चर्चा में भाग लेने की अपील की।

देश का सबसे बड़ा विधानमंडल

यूपी विधानमंडल की महत्ता को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां होने वाली चर्चाएं पूरे देश के लिए नजीर बनती हैं। “25 करोड़ की आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम महत्वपूर्ण एजेंडे के साथ सत्र में उपस्थित हुए हैं,” उन्होंने कहा।

अंत में मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से आए सभी विधानसभा और विधानपरिषद सदस्यों का हार्दिक स्वागत किया और सत्र की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह सत्र उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।

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