Ghaziabad Nagar Nigam : गाजियाबाद शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह चरमरा चुका है, और इसके लिए नगर निगम की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। बारिश के मौसम में शहर की सड़कों पर जलभराव की समस्या ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया है। गलियों और मुख्य सड़कों पर पानी जमा होने से आवागमन बाधित हो रहा है, जिसके चलते नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। इस बदहाली के बीच, गाजियाबाद की महापौर के एक विवादास्पद बयान और व्यवहार ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
जलभराव की समस्या को लेकर जनता का गुस्सा तब और भड़क उठा, जब महापौर ने इस मुद्दे का ठीकरा जनता पर ही फोड़ दिया। हाल ही में एक घटना में महापौर ने कैमरे के सामने एक गरीब महिला को अपमानित किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में महापौर ने जलभराव की समस्या के लिए जनता को दोषी ठहराते हुए महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस घटना ने न केवल नगर निगम की नाकामी को उजागर किया, बल्कि महापौर के रवैये पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
गाजियाबाद में ड्रेनेज सिस्टम की खराब स्थिति कोई नई बात नहीं है। नालों की नियमित सफाई न होने, अवैध निर्माणों, और कचरे के ढेर ने इस समस्या को और जटिल बना दिया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर निगम हर साल सफाई और सुधार के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन हकीकत में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। बारिश के दौरान नालों का पानी सड़कों पर आ जाता है, जिससे न केवल ट्रैफिक जाम होता है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
इस घटना के बाद जनता में नगर निगम और महापौर के खिलाफ आक्रोश और बढ़ गया है। लोग मांग कर रहे हैं कि ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं और महापौर अपने व्यवहार के लिए माफी मांगें।
यह घटना शहर प्रशासन की नाकामी और जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही की कमी को उजागर करती है। गाजियाबाद की जनता अब ठोस कार्रवाई और पारदर्शी प्रशासन की उम्मीद कर रही है, ताकि जलभराव जैसी समस्याओं से निजात मिल सके।
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