Illegal building collapses : गाजियाबाद के प्रताप विहार, एच ब्लॉक में ईडब्ल्यूएस हाउस नंबर 270 के बगल स्थित लगभग 10 मीटर की खाली भूमि पर बना एक अवैध भवन हाल ही में ढह गया। यह भवन करीब 20 वर्ष पहले निर्मित किया गया था और लंबे समय से जर्जर हालत में था। सौभाग्यवश, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन यह घटना क्षेत्र में अवैध निर्माण और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।
प्राधिकरण के अपर सचिव ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि भवन का भूतल एक व्यक्ति द्वारा कब्जा कर बनाया गया था, जबकि प्रथम तल पर दूसरे व्यक्ति ने अवैध निर्माण किया था। दोनों भवन स्वामी घटना के समय मौके पर मौजूद नहीं थे। स्थानीय निवासियों के अनुसार, क्षेत्र में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण भवन में लंबे समय से सीलन की समस्या थी। हाल की बारिश के बाद एक फीट से अधिक जलभराव ने भवन की नींव को और कमजोर कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप यह ढह गया।
यह भी उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण ने इस अवैध निर्माण के खिलाफ पहले नोटिस जारी किया था, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। यह प्राधिकरण की उदासीनता को दर्शाता है, जो ऐसी घटनाओं को रोकने में नाकाम रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में कई अन्य अवैध और जर्जर भवन भी हैं, जो कभी भी ढह सकते हैं। जल निकासी की खराब व्यवस्था और प्रशासन की लापरवाही ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
इस घटना ने प्रशासन और जनता को जर्जर भवनों के खतरे के प्रति सचेत किया है। प्राधिकरण ने जनता से अपील की है कि वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए जर्जर भवनों की तत्काल मरम्मत कराई जाए या उन्हें खाली कर दिया जाए। यह कदम भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है। साथ ही, प्रशासन को अवैध निर्माणों पर सख्ती से कार्रवाई करने और जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
कपिल मेहरा- गाजियाबाद
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