ENG vs IND Test: इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में रिषभ पंत के दो शतक सहित टीम इंडिया ने कुल पांच शतक लगाए. लेकिन जब एक पत्रकार ने पंत की शानदार पारी पर सवाल पूछने की कोशिश की तो टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बीच में ही टोकते हुए टीम की सामूहिक उपलब्धियों पर ध्यान दिलाया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने पूछा कि पॉजिटिव की बात करें तो… रिषभ पंत, दो शतक. उप-कप्तान होने के नाते, वह जिस तरह से जिम्मेदारी निभा रहे हैं, उस पर आपकी राय? गंभीर ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए कहा कि और भी तीन शतक लगे हैं. वो भी बहुत बड़े पॉजिटिव हैं. अच्छा होता अगर आप यह भी कहते कि यशस्वी का शतक, शुभमन का कप्तान के तौर पर डेब्यू पर शतक, केएल का शतक और रिषभ के दो शतक.
बता दें कि यह वही गंभीर हैं जिन्होंने एक दशक से ज़्यादा समय तक यह याद दिलाया है कि 2011 का वर्ल्ड कप सिर्फ एक छक्के से नहीं जीता गया था. वह जीत एक टीम की थी ज़हीर खान की शुरुआती गेंदबाज़ी, युवराज सिंह के हरफनमौला प्रदर्शन, और खुद गंभीर की फाइनल में दबाव में खेली गई 97 रन की पारी. गंभीर ने साफ कर दिया कि वह व्यक्तिगत प्रदर्शन से ज़्यादा टीम के नतीजों को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि हां व्यक्तिगत प्रदर्शन अच्छा है, लेकिन अंत में हम टेस्ट मैच जीतने के लिए मैदान में उतरते हैं. दुर्भाग्यवश, वह नतीजा नहीं आया.
गंभीर की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर बहस का विषय बन गई. ट्विटर पर गंभीर पंत से नफरत करते हैं? जैसी थ्योरी तेजी से फैलने लगी. कुछ यूज़र्स ने पुराने मामलों को फिर से उछालना शुरू कर दिया , पंत को चैंपियंस ट्रॉफी में क्यों नहीं शामिल किया गया? वह T20I टीम का हिस्सा क्यों नहीं हैं? टेस्ट में उन्हें बार-बार खुद को साबित करने की याद क्यों दिलाई जाती है?
इस आग में घी का काम किया एक पुराने किस्से ने,जिसे हाल ही में अजय जडेजा ने साझा किया. जडेजा ने 2015 रणजी सीज़न के दौरान चयन पर हुए एक विवाद का ज़िक्र किया, जिसमें गंभीर उस समय दिल्ली टीम के कप्तान थे और पंत को शुरुआती स्क्वाड में नहीं चुना गया था. हालांकि,जडेजा की असल बात यह थी कि पंत का आत्मविश्वास अडिग था.उन्होंने कहा था कि जब उन्हें मेरी ज़रूरत होगी, वो मुझे घर से बुला लेंगे.
अगर ट्विटर पर शरलॉक होम्स आते, तो वे तथ्यों से शुरुआत करते. जब विराट कोहली और रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तब कप्तानी की रेस में शुभमन गिल सबसे आगे थे और उप-कप्तान किसे बनाया गया? रिषभ पंत को चयनकर्ताओं और गंभीर की अगुवाई वाले टीम मैनेजमेंट की संयुक्त सिफारिश पर.
गंभीर ने पंत का समर्थन लंबे समय से किया है. उन्होंने 2020–21 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ में सिडनी और ब्रिसबेन की ऐतिहासिक पारियों के दौरान पंत की साहसी बल्लेबाज़ी की खुलकर तारीफ की थी. 2015 में जब पंत ने अपना फर्स्ट-क्लास डेब्यू किया तो दिल्ली टीम के कप्तान गंभीर ही थे. आईपीएल 2018 में पंत ने जब अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ (684 रन) प्रदर्शन किया तब भी टीम के मेंटर गंभीर ही थे.