Janmashtami 2025: श्री कृष्ण की नगरी मथुरा-वृंदावन में जन्माष्टमी पर अलग ही उत्सव देखने को मिलता है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर व वृन्दावन के ठा. बांकेबिहारी मंदिर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव (जन्माष्टमी) इस वर्ष 16 अगस्त की मध्य रात्रि को तथा नन्दगांव में 17 अगस्त की रात्रि में मनाया जाएगा।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि इसके लिए सभी मंदिरों सहित जिला प्रशासन स्तर पर भी व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। जिलाधिकारी (डीएम) चंद्रप्रकाश सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि पिछले वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर 42 लाख श्रद्धालु मथुरा पहुंचे थे, लेकिन इस वर्ष अनुमान है कि यह आंकड़ा 50 लाख के भी पार जा सकता है।
उन्होंने बताया कि मथुरा, वृन्दावन, बरसाना, गोकुल, नन्दगांव, गोवर्धन, महावन आदि सभी तीर्थस्थलों पर इसी हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं संरक्षा के इंतजाम भी व्यापक स्तर पर किए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर में ही निगरानी के लिए 150 सीसीटीवी कैमरों का इंतजाम किया गया है और बाहरी क्षेत्र में भी सौ से अधिक कैमरे निगरानी कार्य में प्रयोग किए जाएंगे।
इनके अलावा, इस बार श्रीकृष्ण जन्मभूमि क्षेत्र की निगरानी में कृत्रिम मेधा (एआई) तकनीक युक्त ड्रोन कैमरों का भी उपयोग किया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मस्थान सहित सभी प्रमुख मंदिरों, संवेदनशील स्थानों आदि सहित शहर में सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इन दिनों शहर में साफ-सफाई, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, मार्गों का सौंदर्यीकरण, चौराहों की सजावट आदि का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के पदेन मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि इस वर्ष श्री कृष्णोत्सव पर्व तीन दिन (15 से 17 अगस्त तक) मनाया जाएगा, जिसकी शुरुआत 15 अगस्त की सुबह 10 बजे श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मुख्य द्वार से शोभायात्रा के साथ होगी।
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