• होम
  • देश
  • पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त होगी जारी, जानिए किन्हे मिलेगा लाभ

पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त होगी जारी, जानिए किन्हे मिलेगा लाभ

PM Kisan Yojan
inkhbar News
  • Last Updated: July 31, 2025 11:08:22 IST

PM Kisan Yojan: देशभर के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) की 20वीं किस्त जारी करने की तारीख का ऐलान कर दिया है। 2 अगस्त 2025 को सरकार 9.7 करोड़ किसानों के खातों में 2000-2000 रुपये की राशि ट्रांसफर करेगी। इसके तहत कुल 20,500 करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजे जाएंगे।

क्या है पीएम किसान योजना?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह रकम तीन किस्तों में दी जाती है। हर चार महीने में 2000 रुपये। यह योजना छोटे और सीमांत किसानों की मदद के लिए शुरू की गई थी।

कैसे चेक करें अपना नाम लिस्ट में?

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं, तो नीचे दिए गए तरीके से आप यह आसानी से चेक कर सकते हैं:
1. PM Kisan की वेबसाइट पर जाएं। https://pmkisan.gov.in
2. ‘Beneficiary List’ पर क्लिक करें।
3. अपने राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव का चयन करें।
4. ‘Get Report’ पर क्लिक करें।
5. आपके गांव के लाभार्थियों की सूची स्क्रीन पर आ जाएगी। यहां आप अपना नाम देख सकते हैं।

किन्हें मिलेगा इस किस्त का लाभ?

जिन किसानों ने ई-केवाईसी (e-KYC) पूरा कर लिया है।
जिनका बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक है।
जो पात्रता की सभी शर्तें पूरी करते हैं।

अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें?

यदि आपके खाते में किस्त नहीं आई है, तो आप निम्न विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं जैसे- हेल्पलाइन नंबर पर 155261 या 1800115526 (टोल फ्री) संपर्क, ईमेल pmkisan-ict@gov.in या नजदीकी CSC सेंटर जाकर ई-केवाईसी की स्थिति जांचें।

ये भी पढ़े: राजकुमार राव की गैरहाजिरी पर जारी हुआ अरेस्ट वॉरंट, धार्मिक भावना भड़काने का केस

2 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएम किसान योजना की 20वीं किस्त जारी की जाएगी, जिससे करोड़ों किसानों को राहत मिलेगी। यदि आप किसान हैं और इस योजना के लाभार्थी हैं, तो जल्द ही वेबसाइट पर जाकर अपना नाम चेक कर लें और ई-केवाईसी अपडेट करा लें। यह योजना किसानों के लिए एक सशक्तिकरण का प्रतीक है और सरकार की प्राथमिकता में कृषि और ग्रामीण विकास है।