Parliament Monsoon Session : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों के सांसद आज संसद भवन के मकर द्वार से चुनाव आयोग तक मार्च निकाल रहे हैं। यह मार्च SIR प्रक्रिया और राहुल गांधी द्वारा लगाए गए ‘वोट चोरी के आरोपों के विरोध में आयोजित किया गया है।
रास्ते में विपक्षी सांसदों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की गई है। अखिलेश यादव बैरिकेड्स पर भी चढ़ते नजर आए। इस दौरान विपक्षी सांसदों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा, “चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, लेकिन इसका इस्तेमाल अब राजनीतिक हितों के लिए किया जा रहा है। बिहार में मतदाता सूची से गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं, जो लोकतंत्र पर हमला है।” उन्होंने उत्तर प्रदेश के कुंदरकी, मीरापुर और अयोध्या के मिल्कीपुर उपचुनावों का हवाला देते हुए कहा कि वहां भी पुलिस और प्रशासन ने मिलकर “चुनाव लूटने” का काम किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “हकीकत ये है कि वो बात नहीं कर सकते। सच्चाई देश के सामने है। ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है। ये लड़ाई संविधान बचाने की है। ये लड़ाई एक व्यक्ति, एक वोट की है. हम एक साफ-सुथरी वोटर लिस्ट चाहते हैं।” हिरासत में लिए जाने के बाद सभी सांसदों को पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने ले जाया गया है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी समेत मार्च में शामिल कई सांसदों को दो बसों में भरकर मार्च स्थल से ले जाया गया।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “जिस तरह से चुनाव आयोग घबराया हुआ है, वो चुने हुए जन प्रतिनिधियों से नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि उनके पास जवाब नहीं है। हमने तथ्यों के साथ बहुत सारे सवाल उठाए हैं। हमने देशहित में बात रखी है और उनकी जवाबदेही बनती है लेकिन वो जवाब देने से बच रहे हैं।”
ये भी पढ़े : JAG पर SC का फैसला, पुरुष- महिला अभ्यर्थियों के लिए बराबर होगी पोस्ट