CJI BR Gavai : मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई (CJI BR Gavai) ने गुरुवार को कहा कि रिटायरमेंट के बाद वह समय पर अपना सरकारी आवास खाली कर देंगे। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में निवर्तमान जस्टिस सुधांशु धूलिया को विदाई देते हुए सीजेआई ने उन्हें एक “गर्मजोशी भरा व्यक्ति” कहा, जिन्होंने अपना करियर न्यायपालिका को समर्पित कर दिया।
हालांकि, समय की कमी के कारण वह नवंबर में रिटायरमेंट होने तक उपयुक्त आवास नहीं ढूंढ पाएंगे, लेकिन नियमों के तहत निर्धारित समयावधि के अंदर सरकारी आवास खाली करना निश्चित है।
जस्टिस गवई ने कहा कि वास्तव में यह दुर्लभ है, और मै ऐसा करने की स्थिति में हूं क्योकि 24 नवंबर तक मुझे उपयुक्त घर ढूंढने का समय नहीं मिलेगा। लेकिन मैं आपको आश्र्वासन देता हूं कि नियमों के अनुसार जो भी समय मिलेगा, मैं उससे पहले ही आवास खाली कर दूंगा।
एक महीने पहले, सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दिल्ली के कृष्ण मेनन मार्ग स्थित भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के आधिकारिक आवास को खाली कराने को कहा था।
पत्र में यह उल्लेख किया गया कि पूर्व सीजेआई डी. वाई. चंद्रचूड़ निर्धारित समयसीमा से अधिक समय तक उस आवास में ठहरे रहे थे। हालांकि, अगस्त की शुरुआत में जस्टिस चंद्रचूड़ ने सीजेआई का आधिकारिक आवास खाली कर दिया था।
जस्टिस धूलिया ने कार्यक्रम में कहा कि जो कुछ भी मनुष्य के लिए है, वही मेरा न्यायिक दर्शन है। उन्होंने कहा कि यदि मेरा कोई न्यायिक दर्शन यही कह सकता है कि मेरा न्यायिक दर्शन मानव के इर्द-गिर्द है। जो कुछ भी मानव के लाभ के लिए है, वह मेरा न्यायिक दर्शन है।
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