Akhilesh Yadav : मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से सवाल किया. अखिलेश ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैन्य कार्रवाई में इस्तेमाल किए गए विमानों के बारे में पूछा. इससे एक दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर यह सवाल उठाने के लिए निशाना साधा था कि भारत ने कितने लड़ाकू विमान खोये, न कि यह कि दुश्मन के कितने लड़ाकू विमान मार गिराए गए.
लोकसभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि सरकार यह दावा करती है कि भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को नष्ट कर दिया है . उन्होंने पूछा कि हमारे कितने बेहतरीन विमान,जिनका नींबू-मिर्च से स्वागत किया गया, उड़े? समाजवादी पार्टी प्रमुख ने यह भी कहा कि उन्हें भारतीय वायुसेना पर गर्व है,जिसके पास सर्वश्रेष्ठ पायलट हैं. उन्होंने पूर्ववर्ती समाजवादी सरकार की भी प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने ऐसी सड़कें बनवाईं जहां वायुसेना के विमानों की लैंडिंग आसान हो सके.
गौरतलब है कि अखिलेश यादव की यह टिप्पणी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गिराए गए विमानों की संख्या के बारे में बार-बार सवाल उठाने के लिए विपक्ष की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है.
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बता दें कि रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कहा था कि अगर कोई पेंसिल टूट जाए या कोई पेन खो जाए,तो हमें परेशान नहीं होना चाहिए. नतीजा यह हुआ कि हमारे सशस्त्र बलों के लक्ष्य पूरी तरह पूरे हुए. रक्षा मंत्री ने आगे कहा कभी-कभी हमारे विपक्षी नेता पूछते हैं: कितने लड़ाकू विमान गिराए गए? मुझे लगता है कि यह भारत की राष्ट्रीय भावना को नहीं दर्शाता. विपक्ष ने कभी यह नहीं पूछा कि हमारी सेना ने कितने दुश्मन विमानों को मार गिराया है.
अखिलेश यादव की यह टिप्पणी संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दौरान आई. उन्होंने पूछा कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले में “खुफिया चूक” की ज़िम्मेदारी कौन लेगा और ऑपरेशन सिंदूर को “सरकार की खुफिया विफलता का प्रतीक” बताया. सरकार पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने ज़ोर देकर कहा कि लड़ाई चीन से है, पाकिस्तान से नहीं. अखिलेश यादव ने पूछा,सरकार के राज में लगातार आतंकी गतिविधियाँ क्यों हो रही हैं? पाकिस्तान तो भारत के लिए ख़तरा है, लेकिन उससे भी बड़ा ख़तरा चीन है, उसके ख़िलाफ़ आपकी क्या तैयारी है? उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार की प्रतिक्रिया आने पर इन सवालों के जवाब मिल जाएंगे.