Air India flight : अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए लंदन जा रहे एयर इंडिया 787 के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से फ्लाइट कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के बीच हुई आखिरी बातचीत का खुलासा हुआ है.
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की 15 पन्नों की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि विमान के दोनों इंजनों की फ्यूल सप्लाई बंद होने के बाद एक पायलट को यह पूछते हुए सुना गया कि आपने ईंधन क्यों बंद किया? जिस पर दूसरे ने जवाब दिया कि मैंने ऐसा नहीं किया. यह संकेत करता है विमान में तकनीकी खराबी थी.
12 जून हुए इस दुर्घटना के एक महीने बाद जारी AAIB रिपोर्ट में दुर्घटनाग्रस्त उड़ान,चालक दल और कॉकपिट में रिकॉर्ड हुए अंतिम क्षणों के बारे में प्रमुख बातें लिस्टेड हैं. फ्लाइट AI171 को एक पायलट-इन-कमांड (PIC) और एक सह-पायलट के साथ-साथ दस केबिन क्रू सदस्यों वाले फ्लाइट क्रू द्वारा संचालित किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेटिंग क्रू एक दिन पहले ही अहमदाबाद पहुंचा था. हवाई अड्डे पर पहुंचने पर चालक दल ने 06:25 UTC पर प्रीफ्लाइट ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया और उन्हें उड़ान संचालित करने के लिए फिट पाया गया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दोनों पायलटों ने 12 जून की उड़ान के संचालन से पहले पर्याप्त आराम किया था.
विमान के एन्हांस्ड एयरबोर्न फ़्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) के डेटा से पता चला कि इंजन 1 और इंजन 2 के उड़ान डेटा को उन्नत एयरबोर्न फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) में संरक्षित किया गया था. AAIB की रिपोर्ट से पता चलता है कि विमान के उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही यह घटना हुई थी. 07:55:15 UTC (13:25:15 IST) पर विमान ने टैक्सी क्लीयरेंस का अनुरोध किया जिसे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने मंजूरी दे दी. विमान ने 08:08:39 UTC (13:38:39 IST) पर उड़ान भरी और 08:09:05 UTC (13:39:05 IST) पर एक पायलट ने आपातकाल सूचना भेजी:MAYDAY MAYDAY MAYDAY. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि हवाई यातायात नियंत्रक (ATCO) ने विमान का कॉल साइन पूछा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि विमान का उड़ान के समय वजन निर्धारित सीमा के भीतर था तथा विमान में कोई खतरनाक सामान भी नहीं था.
बता दें कि लंदन गैटविक जा रही एयर इंडिया की उड़ान संख्या AI171 अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई,जिससे विमान में सवार 241 लोगों सहित 260 लोगों की मौत हो गई.