Malegaon Blast Case: NIA की स्पेशल कोर्ट ने बलास्ट मामले में साध्वी प्रज्ञा समेत सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया है। वहीं इस फैसले पर विपक्ष की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी का कहना है कि यह इंसाफ नहीं है। 2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई थी।
कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘कांग्रेस पहले दिन से ही यह बात कह रही है कि आतंकवाद (Malegaon Blast Case) का कोई धर्म नहीं होता है। यह शब्द तत्कालीन गृह सचिव आर. के. सिंह ने गढ़ा था। बीजेपी ने उन्हें 10 सालों तक मंत्री और सांसद बनाकर अपने साथ बैठाकर रखा था… यह फैसला है न्याय नहीं है…।’
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वहीं, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर मुद्दे से भटकाने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने नीतियों को तबाह किया। मुद्दे से भटकाने का प्रयास किया जा रहा है।’ सहारनपुर के कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, ‘पुलिस ने सभी कड़ियों को जोड़कर भेजा था तो ये सब किसने किया था… इसमें कोई दो राय नहीं है कि मालेगांव में ब्लास्ट (Malegaon Blast Case) हुआ था… आतंकवाद को हिंदू और मुसलमान में नहीं बाटा जा सकता है…।’
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