Bihar electoral draft roll : बिहार में चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्षी दलों का विरोध 13वें दिन भी संसद परिसर में जारी रहा. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, डीएमके और वामपंथी दलों के कई सांसद शुक्रवार को संसद भवन के मकर गेट के पास एकत्रित होकर एसआईआर के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करते नजर आए.
विपक्ष ने इस पुनरीक्षण प्रक्रिया को चुनावी धांधली और “वोट चोरी” करार देते हुए इसे बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं के अधिकारों पर हमला बताया. प्रदर्शनकारी सांसदों ने चुनाव आयोग और सरकार के बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पोस्टर और बैनर भी लहराए, जिन पर हमारा वोट. हमारा अधिकार. हमारी लड़ाई और खामोश अदृश्य धांधली जैसे नारे लिखे थे.
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यह विरोध प्रदर्शन लगातार 13वें दिन है. सोमवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के कारण विपक्ष ने प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया था,लेकिन इसके बाद से हर दिन यह जारी है. विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग की यह कार्रवाई मतदाताओं को वोटिंग से वंचित करने के उद्देश्य से की जा रही है.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मामले में चुनाव आयोग पर चुनाव चोरी का आरोप लगाया है. उन्होंने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव में धांधली के सबूत मांगे जाने की भी बात कही. विपक्ष संसद के दोनों सदनों में एसआईआर के खिलाफ विरोध कर रहा है और इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है,लेकिन मानसून सत्र की शुरुआत से ही इस मुद्दे को लेकर संसद में गतिरोध बना हुआ है.
21 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में ऑपरेशन सिंदूर को छोड़कर अधिकांश कार्यवाही एसआईआर को लेकर बाधित रही है और कई बार स्थगित की गई है.विपक्ष ने इस प्रक्रिया को बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों पर असर डालने वाली गंभीर चुनौती बताया है.