Bihar News: बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं वैसे-वैसे नेताओं का दल-बदल का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश प्रसाद चौरसिया ने अपने समर्थकों के साथ जहां आरजेडी की सदस्यता ग्रहण की, तो वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार अशोक राम ने जदयू का दामन थाम लिया है।
बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे अशोक राम 6 बार विधायक, बिहार सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक दल (Bihar News) के नेता भी रह चुके हैं। जदयू के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा ने उन्हें औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाई।
जदयू का दामन थामने के बाद अशोक राम ने कहा कि लालू प्रसाद यादव कांग्रेस को खत्म करने की मंशा में सफल रहे। कांग्रेस को अब मेरी जरुरत नहीं है। कांग्रेस अब नेहरू-राजीव के दौर की नहीं रही। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस का पूरा परिदृश्य बदल गया है। पिछले लोकसभा चुनाव में मुझे दरकिनार कर दिया गया।
अशोक राम ने आगे कहा कि एक बार भी पूछा नहीं गया और घर बैठा दिया गया। कम से कम पूछना चाहिए था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अशोक राम ने कहा कि बाहर से आए हुए लोगों को टिकट दिया गया। यह तो अपमानित करना हुआ। मुझे उसी समय कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए थी। अशोक राम ने यह भी कहा कि अभी कुछ और नेता कांग्रेस छोड़ेंगे।
यह भी पढ़ें: गोंडा में दर्दनाक हादसा : नहर में पलटी श्रद्धालुओं से भरी बोलेरो, जल चढ़ाने जा रहे 11 लोगों की मौत
वहीं, इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा था कि अशोक राम कांग्रेस में खुद को हाशिये पर धकेले जाने से नाराज थे। साथ ही कहा जा रहा है कि अशोक राम बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू से नाराज चल रहे थे। आखिरकार पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज अशोक राम ने बिहार चुनाव से पहले जदयू का दामन थाम लिया। अशोक राम के पिता बालेश्वर राम भी कांग्रेस के नेता रहे हैं। दूसरी तरफ, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा है कि कांग्रेस के कई बड़े लोग जदयू के संपर्क में हैं। कांग्रेस के लोगों को पता है कि अब जमीन पर उनका कुछ नहीं बचा है। लिहाजा, वे उसे छोड़ना चाहते हैं।
यह भी देखें: BJP Press Confress: संत, सेना और सनातन पर साजिश? Sambit Patra का बड़ा आरोप! | Sanatan Dharma | Top