लोजपा नेता ने आरोप लगाया कि या तो प्रशासन इसके साथ मिलीभगत कर रहा है या प्रशासन पूरी तरह से बेकार हो गया है…मुझे शर्म आती है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं जिसके शासन में अपराध नियंत्रण से बाहर हो गया है.
हालाँकि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला किया हो. पिछले हफ़्ते पटना के पारस अस्पताल में हुई एक हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग ने कहा था कि अपराधियों के हौसले सातवें आसमान पर हैं. उन्होंने आगे कहा कि पटना के रिहायशी इलाके में स्थित पारस अस्पताल में हुआ हमला साबित करता है कि अपराधी कानून और प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं. हाजीपुर के सांसद गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या पर प्रतिक्रिया दे रहे थे ,जिसे पटना के पारस अस्पताल में गोली मार दी गई थी जब वह इलाज के लिए पैरोल पर बाहर था.
हाल के महीनों में केंद्र में एनडीए सरकार में सहयोगी चिराग पासवान ने कहा कि वह कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर नीतीश सरकार से खुश नहीं हैं. चिराग की ओर से यह आलोचना राज्य में गोलीबारी की घटनाओं के बीच तब आई है,जब कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
जहाँ चंदन मिश्रा की एक अस्पताल के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई,वहीं पटना के एक पॉश इलाके में व्यवसायी गोपाल खेमका की भी उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई.एक अन्य भाजपा नेता विक्रम झा को पटना में एक अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी.इसी महीने हत्या की दो और घटनाएं हुईं, जहाँ अलग-अलग घटनाओं में एक वकील और एक शिक्षक की हत्या कर दी गई.
12 जून की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग ने पूछा कि अब बिहारियों को और कितनी हत्याओं का सामना करना पड़ेगा?बिहार पुलिस की ज़िम्मेदारी क्या है, यह समझ से परे है.नीतीश सरकार की आलोचना ऐसे समय में हुई है जब लोजपा नेता ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी आगामी चुनावों में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
2020 के विधानसभा चुनावों में चिराग की पार्टी ने एनडीए गठबंधन से बाहर बिहार चुनाव लड़ने का फैसला किया था.हालांकि उनकी पार्टी ने उन सीटों से उम्मीदवार नहीं उतारा जहां भाजपा चुनाव लड़ रही थी,लेकिन लोजपा के उम्मीदवार उस सीट पर लड़े जहां नीतीश कुमार की जदयू चुनाव लड़ रही थी,ताकि भाजपा के वोटों को अपने पक्ष में किया जा सके.पार्टी ने बिहार विधानसभा में केवल एक सीट जीती,लेकिन जेडीयू को केवल 43 सीटों तक सीमित रखने में कामयाब रही.