News India 24x7
  • होम
  • व्यापार
  • Israel-Iran में सीजफायर का Stock Market पर असर, सेंसेक्स ने लगाई तगड़ी छलांग

Israel-Iran में सीजफायर का Stock Market पर असर, सेंसेक्स ने लगाई तगड़ी छलांग

News India 24x7
inkhbar News
  • Last Updated: June 24, 2025 10:20:38 IST

Stock Market : बीते 12 दिनों से जारी इजरायल और ईरान के बीच भीषण युद्ध पर मंगलवार को ब्रेक लग गया है.दोनों देशों के बीच लागू  सीजफायर (युद्धविराम) का असर तुरंत वैश्विक बाजारों और कच्चे तेल की कीमतों पर दिखा, जहां क्रूड ऑयल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आई,वहीं वैश्विक शेयर बाजारों में भी तेजी देखने को मिली.इसको लेकर भारतीय शेयर बाजार ने भी तेजी के साथ दिन की शुरुआत की. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex)और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों ही रिकॉर्ड स्तर पर खुले.

शेयर बाजार खुलते ही रॉकेट की रफ्तार से भागा

मंगलवार को बीएसई का सेंसेक्स इंडेक्स पिछले क्लोज़ 81,896.79 के मुकाबले 900 अंकों से ज्यादा उछल कर 82,534.61 पर खुला. यह बढ़त सोमवार के उस नुकसान की भरपाई करती दिखी. सोमवार को  सेंसेक्स 511 अंक गिरकर बंद हुआ था. वहीं,एनएसई निफ्टी भी मंगलवार को जबरदस्त बढ़त के साथ 24,971.85 से चढ़कर 25,179.90 पर खुला और थोड़ी ही देर में 25,250.85 तक पहुंच गया.सोमवार को निफ्टी में 140 अंकों की गिरावट आई थी,लेकिन मंगलवार की तेजी ने निवेशकों को राहत दी.

[adinserter block="13"]

अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले सकारात्मक संकेत

भारतीय बाजार की तेजी का एक बड़ा कारण रहा अमेरिका और एशिया के शेयर बाजारों से मिले मजबूत संकेत. सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान पर बंद हुए.

  • Dow Jones में 374.96 अंकों की तेजी
  • S&P 500 में 0.51% की बढ़त
  • Nasdaq में 183.56 अंकों की छलांग

एशियाई बाजारों में भी रौनक दिखी

  • जापान का Nikkei 415 अंकों की तेजी के साथ 38,769.12 पर ट्रेड करता दिखा
  • हांगकांग का Hang Seng 423.87 अंक चढ़कर 24,111 के स्तर पर
  • साउथ कोरिया का KOSPI 75.78 अंकों की तेजी के साथ 3,090.25 पर
  • वहीं भारत के Gift Nifty में भी 200 अंकों से ज्यादा की तेजी देखी गई.

कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट

इजरायल-ईरान युद्ध विराम के कारण वैश्विक बाजारों में एक बड़ा असर क्रूड ऑयल की कीमतों पर पड़ा है. युद्ध की आशंका के चलते जो सप्लाई बाधा का डर था, वह अब फिलहाल टल गया है. इसके चलते कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट आई. भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए यह एक राहत की खबर है. इससे आने वाले दिनों में महंगाई पर काबू पाने में मदद मिल सकती है और फ्यूल प्राइस में भी राहत मिल सकती है.