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Sharda University Suicide Case : डीन और एचओडी पर गिरी गाज, चारों प्रोफेसर सस्पेंड

jyoti suicide in greater noida
inkhbar News
  • Last Updated: July 22, 2025 10:27:34 IST

Sharda University Suicide Case : शारदा यूनिवर्सिटी (Sharda University) में बीडीएस की छात्रा ज्योति की आत्महत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार को डीन और HOD समेत चार अन्य प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया है। इससे पहले दो प्रोफेसरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जो पहले से ही सस्पेंड थे।

फैकल्टी पर गंभीर आरोप

गुरुग्राम की रहने वाली बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति ने शुक्रवार की शाम शारदा यूनिवर्सिटी के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में फैकल्टी द्वारा मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए गए थे। इस घटना के बाद से न्याय की मांग को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। प्रियंका गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ज्योति के लिए न्याय की मांग की है।

डीन-एचओडी समेत 4 प्रोफेसर सस्पेंड

छात्रा के पिता ने डीन समेत छह नामजद व्यक्तियों और कुछ अज्ञात स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस की तत्काल कार्रवाई में महिला प्रोफेसर सैरी वर्मा और प्रोफेसर महेश सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया था। अब नई कार्रवाई में शारदा विश्वविद्यालय के निदेशक पीआर डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि HOD प्रोफेसर आशीष चौधरी, डीन प्रोफेसर एम सिद्धार्थ, प्रोफेसर अनुराग और प्रोफेसर सुरभि को भी सस्पेंड कर दिया गया है।

सुसाइड केस में डीन और एचओडी बाहर

इस संवेदनशील घटना की जांच प्रो वाइस चांसलर की अध्यक्षता में गठित कमेटी कर रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर, छात्रा ज्योति को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च की घोषणा करने वाले NSUIछात्र सभा के जिला अध्यक्ष मोहित नागर और उनके एक साथी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इसके बाद सोमवार को प्रस्तावित कैंडल मार्च का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया।

छात्र की मौत पर बड़ा एक्शन

ADCP सुधीर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन की कमेटी ने जांच के लिए पांच दिन का समय लिया है। पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है और घटना के समय की CCTV फुटेज को कब्जे में लेकर विस्तृत जांच की जा रही है। छात्रा की आत्महत्या की घटना के बाद परिजनों और विश्वविद्यालय के छात्रों ने लगभग 16 घंटे तक प्रदर्शन किया था। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय में अभी भी पुलिस बल तैनात है। घटना के बाद से मीडिया के प्रवेश पर लगी पाबंदी भी जारी है।