Indian Army: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरु किया था। जहां पंजाब के फिरोजपुर में तैनात सेना के जवानों के लिए चौथी में पढ़ने वाला श्रवण चाय, पानी, बर्फ, दूध और लस्सी जैसी चीजें पहुंचाता था। उसी बच्चे को अब भारतीय सेना ने रिटर्न गिफ्ट दिया है। भारतीय सेना की गोल्डन एरो डिवीजन ने बहादुर बच्चे श्रवण की पढ़ाई का खर्च उठाने की भी बात कही है।
दरअसल, फिरोजपुर छावनी में आयोजित एक समारोह में वेस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने श्रवण को सम्मानित किया, साथ ही उन्होंने यह घोषणा भी की। उन्होंने श्रवण की इस कहानी को देश में मौजूद उन मौन नायकों की याद बताया, जो मान्यता और समर्थन के हकदार हैं।
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बता दें, चौथी कक्षा में पढ़ने वाला श्रणव फिरोजपुर के ममदोट क्षेत्र के गांव तारा वाली गांव में रहता है। भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो किलोमीटर की दूरी पर ही तारा वाली गांव बसा है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इलाके (Indian Army) में तनाव था और गर्मी भी भीषण पड़ रही थी। इस दौरान भारतीय सेना के जवान पाकिस्तानी सेना को मुंह तोड़ जवाब दे रहे थे। इसी माहौल में एक छोटा बच्चा श्रवण सिंह हर दिन अपने हाथों में दूध, लस्सी, ठंडा पानी और बर्फ लेकर जवानों के बीच पहुंचता रहा।
बड़ी बात यह है कि कक्षा 4 में पढ़ने वाला श्रवण अपनी मर्जी से सैनिकों (Indian Army) के लिए यह सब कर रहा था। तनावपूर्ण हालातों और गोलियों की गूंज के बावजूद उसका साहस और समर्पण बिल्कुल भी नहीं डगमगाया। श्रवण के पिता सोना सिंह ने बताया कि पहले दिन से ही श्रवण जवानों की मदद करने लगा था। लेकिन हमने उसे रोकने की बजाय उसका उत्साह बढ़ाया।
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