आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को आजमगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का भव्य लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर सीएम योगी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच फीता काटकर 91.352 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे को आम जनता के लिए समर्पित किया। ₹7,283 करोड़ की लागत से तैयार किया गया यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।

इन इलाको को मिली पहचान
आजमगढ़ के सलारपुर, फूलपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे आजमगढ़, अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर और गोरखपुर को विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि यह कनेक्टिविटी पटना से दिल्ली तक की यात्रा को काफी आसान बना देगी। सीएम योगी ने गर्व के साथ कहा कि उत्तर प्रदेश अब एक्सप्रेसवे प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

कई एक्सप्रेसवे यूपी को मिले
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 में प्रदेश में केवल दो एक्सप्रेसवे थे, जिसमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे अधूरा था। अब तक 340 किलोमीटर का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, 300 किलोमीटर का बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और 91 किलोमीटर का गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूरा हो चुका है। इसके अतिरिक्त, 600 किलोमीटर का गंगा एक्सप्रेसवे, लखनऊ-कानपुर, बलिया लिंक सहित छह एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन हैं। सीएम ने घोषणा की कि इस साल के अंत तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे।

युवाओं को मिलेगा रोजगार
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले आजमगढ़ पहचान के संकट से जूझता था, लेकिन अब यह अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है। उन्होंने एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित करने की योजना बताई, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ उत्तर प्रदेश को समृद्ध होने से कोई नहीं रोक सकेगा।कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, अनिल राजभर, दारा सिंह चौहान सहित कई विधायक और अधिकारी उपस्थित रहे।
