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ईरान में ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी, दुनियाभर के मुसलमानों से की गई खास अपील

Iran-israel War
inkhbar News
  • Last Updated: June 30, 2025 22:02:42 IST

Iran-israel War: ईरान-इजरायल और अमेरिका बीच जंग अब भले ही रुक गई हो, लेकिन अब इन दोनों देशों के खिलाफ ईरान में फतवा जारी हुआ है। शिया मौलवी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधान मंत्री नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी करते हुए उन्हें “अल्लाह का दुश्मन” कहा है। साथ ही ग्रैंड अयातुल्ला नसेर माकारेम शिराजी के फतवे में दुनिया भर के मुसलमानों से एकजुट होने और इस्लामी गणतंत्र नेतृत्व को धमकी देने वाले नेताओं को गिराने का आह्वान किया गया।

अल्लाह के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले को माना जाता है मोहरेब

मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक,फतवे में कहा गया है, “कोई भी व्यक्ति या शासन जो नेता या मरजा को धमकी देता है, उसे ‘वॉरलॉर्ड’ या ‘मोहरेब’ माना जाता है।” एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक,मोहरेब अल्लाह के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले को माना जाता है। ईरानी कानून में ऐसे लोगों को फांसी, सूली पर चढ़ाए जाने, अंग काटने या निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है।

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दुश्मन का सहयोग या समर्थन हराम

फतवे में आगे कहा गया है, “मुसलमानों या इस्लामी राज्यों द्वारा उस दुश्मन के लिए कोई भी सहयोग या समर्थन हराम है। दुनिया भर (Iran-israel War) के सभी मुसलमानों के लिए यह जरूरी है कि वो इन दुश्मनों को उनके शब्दों और गलतियों पर पछतावा कराएं।”

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इतना ही नहीं, इसमें कहा गया है कि अगर, “अपने कर्तव्य का पालन करने वाले मुस्लिम को अपने अभियान में कठिनाई या हानि का सामना करना पड़ता है, तो उन्हें अल्लाह की राह में एक योद्धा के रूप में पुरस्कृत किया जाएगा।”

बता दें, यह धार्मिक फतवा ऐसे समय पर आया है जब ईरान और इजरायल के बीच युद्ध रुक गया है। 13 जून को इजरायल ने ईरान में बमबारी अभियान शुरू किया जिसमें शीर्ष सैन्य कमांडर और उसके परमाणु कार्यक्रम से जुड़े वैज्ञानिक मारे गए थे। तेहरान ने इजरायली शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से जवाब दिया। इजरायल ने कहा कि उसका मकसद इस्लामी गणतंत्र को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकना है। इस दावे को तेहरान ने लगातार नकारा है।