Donald Trump Wants Noble Prize: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए अपनी इच्छा अब जग जाहिर कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर लिखा है कि उनको पुरस्कार मिलेगा नहीं लेकिन वो चाहते हैं कि उन्हें मिले। वहीं ट्रंप को अब पाकिस्तान का साथ मिल गया है। पाक सरकार ने 2026 नोबेल पुरस्कार के लिए ट्रंप के नाम का आधिकारिक रूप से समर्थन किया है।
क्या बोले ट्रंप
ट्रंप ने लिखा है- यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि मैंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ मिलकर कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और रवांडा गणराज्य के बीच एक शानदार संधि की व्यवस्था की है, जो कि अन्य युद्धों की तुलना में कहीं अधिक हिंसक रक्तपात और मौत के लिए जाना जाता है और दशकों तक चलता रहा है। रवांडा और कांगो के प्रतिनिधि सोमवार को वाशिंगटन में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए आएंगे। यह अफ्रीका के लिए एक महान दिन है। मुझे इसके लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा।
मुझे नोबेल चाहिए
ट्रंप आगे लिखते हैं कि मुझे भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, मुझे सर्बिया और कोसोवो के बीच युद्ध रोकने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा, मुझे मिस्र और इथियोपिया के बीच शांति बनाए रखने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा। नहीं, मुझे नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिलेगा चाहे मैं कुछ भी करूं, जिसमें रूस/यूक्रेन और इजरायल/ईरान शामिल हैं, जो भी परिणाम हों, लेकिन लोग जानते हैं और मेरे लिए यही मायने रखता है।
समर्थन में आया पाकिस्तान
पाकिस्तान ने डोनाल्ड ट्रंप का नाम 2026 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया है। पाकिस्तान की सरकार ने आधिकारिक तौर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया। पाकिस्तान का कहना है कि ट्रंप की वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ।