नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत से बात करने के लिए तड़प रहे हैं। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से विनती की है कि भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों पर बात कराने में वो मदद करें। बातचीत में कश्मीर, सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं। शहबाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फ़ोन पर बात करते हुए ये बातें कहीं। पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी ने दोनों के बीच हुई बातचीत की पुष्टि की है।
भारत के साथ बातचीत शुरू कराओ
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण और गर्मजोशी से बातचीत हुई। प्रधानमंत्री शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी और उनके साहसी नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रुबियो की सक्रिय कूटनीति ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम वार्ता प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शरीफ ने कहा-राष्ट्रपति ट्रंप की पाकिस्तान के प्रति सकारात्मक टिप्पणियां दक्षिण एशिया में स्थायी शांति की दिशा में उत्साहजनक हैं। यह तभी संभव है जब पाकिस्तान और भारत के बीच सार्थक बातचीत शुरू हो।
भारत का स्टैंड पहले से क्लियर
इधर भारत पहले ही साफ कर चुका है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की वापसी और आतंकवाद के मुद्दे पर ही होगी। ऐसे में शरीफ की पेशकश को भारत के नजरिए से कोई नई पहल नहीं माना जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच ईरान-इजराइल युद्ध पर भी चर्चा हुई। शरीफ ने कहा कि यह संकट सिर्फ क्षेत्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंताजनक है और इसे बातचीत और कूटनीति के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति के लिए किसी भी रचनात्मक प्रयास में भूमिका निभाने के लिए तैयार है।