New Delhi : पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस तेज विस्फोट के बाद डिरेल हो गई है। जाकोबाबाद में पटरियों पर तेज धमाका होने के बाद ट्रेन के चार डिब्बे डिरेल हो गए। यह ट्रेन पेशावर से क्वेटा जा रही थी जब जाकोबाबाद के पास रेलवे ट्रैक पर शक्तिशाली विस्फोट हुआ। मंगलवार को हुई इस घटना में जाफर एक्सप्रेस की चार बोगियां पटरी से उतर गईं। पुलिस के अनुसार, विस्फोट से ट्रैक पर 3 फुट चौड़ा गड्ढा बन गया और करीब 6 फुट तक का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। रेलवे अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया है।
सभी यात्री सुरक्षित
इस हादसे में खुशी की बात यह है कि किसी यात्री की मौत या गंभीर चोट की सूचना नहीं है। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उन्हें उनकी मंजिल की ओर रवाना किया जा रहा है। धमाके के कारणों की जांच की जा रही है। कुछ सूत्रों ने आशंका जताई है कि यह एक साजिश या तोड़फोड़ हो सकती है, हालांकि आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटीं
घटना के बाद रेलवे ट्रैक की मरम्मत का कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया है और अन्य ट्रेनों की आवाजाही को अस्थायी रूप से रोका गया है। सुरक्षा एजेंसियां मौके पर मौजूद हैं और जांच जारी है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और आधिकारिक सूचना का पालन करने की अपील की है।
जब जाफर एक्सप्रेस को BLA ने बनाया था बंधक
जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान के पेशावर से क्वेटा के बीच चलती है। 11 मार्च 2025 को जाफर एक्सप्रेस को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाइजैक कर लिया था, जिसमें 440 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। यह घटना पाकिस्तान के रेल इतिहास में गंभीर सुरक्षा चूक और आंतरिक संघर्षों का प्रतीक मानी जाती है। विस्फोटकों के विस्फोट से ट्रेन का ईंधन टैंक फट गया था, जिससे ट्रेन अचानक रुक गई और चार कोच पटरी से उतर गए थे। BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया था कि उन्होंने कम से कम छह सैन्य कर्मियों को मार डाला और रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया, जिससे ट्रेन रुकने को मजबूर हो गई।
बार-बार निशाने पर आती जाफर एक्सप्रेस
यह पहली बार नहीं है जब जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाया गया है। हाल ही में 13 जून को भी तक्सिला के पास जाफर एक्सप्रेस “तकनीकी कारणों” से पटरी से उतर गई थी। बलूचिस्तान प्रांत में बढ़ती अशांति और अलगाववादी गतिविधियों के कारण यह ट्रेन रूट बार-बार हमलों का शिकार हो रहा है।