नई दिल्ली। इंडियन आर्मी ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई की रात को पाकिस्तान और PoK में मौजूद लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिए थे। अब उन आतंकी ठिकानों को पाकिस्तान आर्मी मरम्मत करा रही है। पाक सेना प्रमुख व फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने इन आतंकी ठिकाओं को सही करने के लिए 40 करोड़ का फंड जारी कराया है। यह फंडिंग उन मदरसों और मस्जिदों तक भी पहुँचाया जा रहा, जिनका सीधा संबंध लश्कर और जैश से है।
आसिम मुनीर ने दिया डेडलाइन
आसिम मुनीर ने तबाह अड्डों को 11 दिनों के अंदर सही करने के लिए कहा है। इसमें मरकज सुब्हान अल्लाह परिसर, जामिया दावा इस्लामी मदरसा, बिलाल मस्जिद समेत अन्य आतंकी ठिकानें हैं। इनको रिपेयर करने के लिए 31 जून तक की लास्ट डेडलाइन दी गई है। आसिम मुनीर के इस कदम से एक बार फिर पाकिस्तान की पोल खुल गई है कि कैसे वो आतंकियों से सहानुभूति रखते हैं।
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और PoK में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए। लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के कई कैंप धवस्त कर दिए गए। इंडियन आर्मी ने 100 से ज्यादा आतंकियों को मार दिया।
इस हमले के बाद पाकिस्तान बौखला गया और उसने भारत के पश्चिमी हिस्सों पर कई मिसाइल दागे। भारत ने इन मिसाइलों को हवा में ही इंटरसेप्ट कर दिया। फिर भारत की तरफ से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए गए। चार दिन तक हुए ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद दोनों देशों ने 10 मई को सीजफायर पर सहमति जताई। मालूम हो कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, इसमें ज्यादातर हिंदू थे।