नई दिल्ली। इजरायल के ताबड़तोड़ हमलों के बाद भी ईरान परमाणु बनाने की जिद पर अड़ा हुआ है। तेहरान ने साफ कर दिया है कि उसका न्यूक्लियर प्रोग्राम पहले की तरह ही जारी रहेगा। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रवक्ता बेहरोज कमालवंडी ने इसे लेकर राष्ट्रीय टीवी पर बयान जारी किया है।
कमालवंडी ने कहा कि इजरायल के हमलों का उनके देश के वैज्ञानिकों पर कोई असर नहीं हुआ है। ईरानी वैज्ञानिकों का हौसला इन हमलों से और ज्यादा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हमारा दुश्मन ईरानी वैज्ञानिकों की दृढ़ इच्छाशक्ति को तोड़ने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन वो कामयाब नहीं हो पाएगा।
हमले से ज्यादा नुकसान नहीं
ईरानी परमाणु ऊर्जा संगठन (AEOI) के प्रवक्ता बेहरोज कमालवंडी ने आगे कहा कि नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमला जरूर हुआ था, लेकिन उससे जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जो भी नुकसान हुआ है वो सिर्फ सतही स्तर पर था। बता दें कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के दोनों प्रमुख केंद्र- नतांज और फोर्डो जमीन के नीचे मौजूद हैं।
कमालवंडी ने कहा कि नतांज साइट पर रासायनिक या रेडिएशन से संबंधित कुछ हलचल अधिकारियों ने महसूस की थी, लेकिन बाहर के इलाकों में उसका कोई असर नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि इजरायली हमलों के बाद अब साइट के अंदर कुछ साफ-सफाई और पुनर्स्थापन का काम करना होगा।