उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार बनी है, तभी से उन्होंने साफ कर दिया था कि अब अपराधी या तो जेल के अंदर होंगे या फिर प्रदेश के बाहर. इसी को लेकर अब गाजियाबाद के हर पुलिस थाने और चौकी पर 10 साल से सक्रिय अपराधियों का डाटा फाइल किया जा रहा है. इसमें अपराधी का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक डिटेल जैसी महत्वपूर्ण जानकारी भी भरी जा रही है. जिसको डोजियर कहा जाता है.
नहीं बचेंगे अपराधी
दरअसल, डोजियर भरना पुलिस का बहुत महत्वपूर्ण कार्य है. जिससे कोई भी अपराधी कहीं भी कभी भी अपराध करेगा तो सिर्फ एक क्लिक पर उसकी जानकारी मिल जाएगी. ऐसे ही अपराधियों का गाजियाबाद पुलिस अब डाटा संकलन कर रही है जो पिछले 10 साल से लूट, चोरी, छिनैती या इकोनॉमिकल क्राइम में सक्रिय हैं. इतना ही नहीं, ऐसा कोई भी अपराध जिससे अपराधी को पैसे मिलें वो इस में शामिल है. ऐसे सभी अपराधियों को थाने या चौकी में बुलाकर उनका सत्यापन किया जा रहा है. इस दौरान पुलिसकर्मी अपराधियों का डोजियर भर रहे हैं. जिसमें अपराधी का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट की डिटेल आदि शामिल है. इन सभी डोजियर को जहां हार्ड कॉपी के रूप में रखा जाएगा तो वहीं इनको एक सॉफ्ट कॉपी में भी दर्ज किया जाएगा. सभी अपराधियों की आधार कार्ड की एक फोटो कॉपी भी डोजियर में लगाई जाएगी. इसका फायदा यह होगा कि आने वाले समय में किसी भी अपराधी की कुंडली एक क्लिक पर पुलिस के पास होगी.
एक क्लिक में डाटा खंगाल लेगी पुलिस
रविवार को गाजियाबाद पुलिस इसके लिए सघन अभियान चला रही है, अपराधी पूरे देश में कहीं भी रहें या अगर वह कहीं अपराध करता है तो पुलिस एक क्लिक में उसका सारा डाटा खंगाल लेगी, साथ ही साथ पुलिस थाने में बुलाकर अपराध ना करने की शपथ भी दिला रही है.
-ऋषभ भारद्वाज की रिपोर्ट