भारत द्वारा पाकिस्तान में अंजाम दिए गए सटीक सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी का एक और नया ठोस सबूत सामने आया है. पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित एक कब्रिस्तान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं.जिसको लेकर दावा किया जा रहा कि इसमें आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 21 आतंकियों की कब्रें दिखाई गई हैं.रिपोर्ट्स के मुताबिक इसमें जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के करीबी रिश्तेदार और संगठन के शीर्ष सदस्य भी शामिल हैं.
जैश-ए-मोहम्मद के 21 आतंकियों की कब्रें आईं सामने
इन तस्वीरों को जैश के एक ऑपरेटिव ने फेसबुक पर साझा किया है. वहीं इससे जुड़े एक ऑडियो में मसूद अजहर की आवाज भी सुनी जा सकती है,जिसमें वह इस हमले को लेकर नाराजगी और शोक व्यक्त करता नजर आ रहा है. यह वीडियो और तस्वीरें ऑपरेशन सिंदूर की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता को और भी पुष्ट करती हैं.
आतंकवाद पर भारत का निर्णायक प्रहार
ज्ञात हो कि पहलगाम में आतंकी हमला को के बाद ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय खुफिया और सैन्य एजेंसियों ने मिलकर अंजाम दिया था. इसका मकसद जैश के रणनीतिक ढांचे और नेतृत्व को सीधा निशाना बनाना था.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस कार्रवाई के दौरान मारे गए आतंकियों में मसूद अजहर के परिवार के सदस्य और संगठन के संचालन से जुड़े अहम चेहरे भी शामिल थे.

इन आतंकियों को बहावलपुर के एक प्रमुख कब्रिस्तान में दफनाया गया था.तस्वीरों में कब्रों पर लिखे नाम और तारीखें इस बात की पुष्टि करती हैं कि ये मौतें हाल की ही हैं, जो ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण मानी जा रही हैं.
रणनीतिक और राजनीतिक स्तर पर बड़ी सफलता
भारत की यह कार्रवाई न सिर्फ जैश के लिए एक बड़ा झटका है,बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति और सैन्य ताकत को भी दर्शाती है. सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भारत के इस कार्रवाई को भारी समर्थन मिल रहा है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की एक निर्णायक और सफल सैन्य उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है.