महाराष्ट्र

“…तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे”, राज-उद्धव ठाकरे के एक साथ आने पर कांग्रेस की दो टूक

Maharashtra Politics: राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे जब से एक साथ आए हैं तब से महाराष्ट्र की सियासत में नया मोड़ आ गया है। लोगों की निगाहें अब दो ही चीजों पर टिकी हैं। एक ठाकरे बंधु और दूसरी निकाय चुनाव। इसी बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस मुंबई समेत राज्य में होने वाले नगर निकाय चुनाव अकेले लड़ती है तो इसमें हैरानी नहीं होगी। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में चव्हाण ने मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की घटना के बाद राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा।

समान विचारधारा वाली पार्टी से है गठबंधन

एक सवाल के जवाब में चव्हाण ने कहा, “कांग्रेस का गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (एसपी) से है। अगर वो समान विचारधारा वाली किसी अन्य राजनीतिक पार्टी को साथ लेना चाहते हैं तो यह उनका मामला है।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “लेकिन अगर वो ऐसे लोगों के साथ (Maharashtra Politics) गठबंधन करना चाहते हैं जो मूल रूप से कांग्रेस की विचारधारा, धर्मनिरपेक्षता के विरोधी हैं, तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।”

समिति के समक्ष रखे थे विचार

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई समेत अन्य स्थानों पर स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर हाल ही में दिल्ली में बैठक हुई थी। जिसमें उन्होंने एक समिति के समक्ष अपने विचार रखे हैं। यही समिति तय करेगी कि गठबंधन के सदस्यों के साथ चुनाव लड़ा जाए या अकेले। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा,”पहले भी हमने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया था, लेकिन निकाय चुनाव अलग लड़े थे और अगर कांग्रेस मुंबई, पुणे, नागपुर के निकाय चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला करती है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।”

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बता दें कि मंगलवार को मनसे और अन्य समूहों के कार्यकर्ताओं ने मराठी अस्मिता की रक्षा के लिए ठाणे के मीरा भयंदर इलाके में विरोध मार्च का नेतृत्व किया था। वहीं इससे पहले मराठी में बात करने से इनकार करने पर मनसे कार्यकर्ताओं ने एक दुकानदार पर हमला भी किया था। जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी (Maharashtra Politics) बढ़ गई थी। वहीं, जब पूर्व मुख्यमंत्री से विरोध प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने दावा किया, “एक बात बिल्कुल साफ है, यह केंद्र सरकार की नीति है, जिस पर आरएसएस जोर देता है। वो एक राष्ट्र-एक भाषा, एक राष्ट्र-एक धर्म, एक राष्ट्र-एक चुनाव चाहते हैं। यह मानसिकता 1930 के दशक के हिटलर के जर्मनी जैसी है।”

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Wasif khan

वासिफ ख़ान एक अनुभवी पत्रकार हैं जो वर्तमान में newsindia24x7.com में सब एडिटर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने नोएडा की साधना एकेडमी से पत्रकारिता में डिप्लोमा प्राप्त किया है और 2019 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। वासिफ की विशेष रुचि राजनीति, इतिहास और अपराध से जुड़ी खबरों में है, और वे इन विषयों पर गहराई से रिपोर्टिंग करते हैं। वर्तमान में, वे News India के डिजिटल विभाग में कंटेंट क्रिएटर के रूप में काम कर रहे हैं, जहां वे समाचारों को आकार देने और पाठकों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी पत्रकारिता में गहरी दिलचस्पी और समर्पण ने उन्हें इस क्षेत्र में एक मजबूत पहचान दिलाई है, और वे अपने काम के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

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