Uttar Pradesh : कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए हर भक्त जाना चाहता है। कोरोना के बाद ये यात्रा दोबारा से शुरू हुई है। इससे पहले चीन की तरफ से इस यात्रा को रोक दिया गया था। अब फिर इस यात्रा को शुरू कर दिया गया है। पांच साल पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया था। इसके बाद से इन भवनों को भक्तों के लिए खोला तो गया पर इसका उपयोग नहीं किया जा रहा था। अब कैलाश मानसरोवर यात्रा को शुरू होने पर फिर से इन भवनों का इस्तेमाल किया जाएगा। जानकारी के लिए आपको बता दें कि 15 जून को यात्रियों का पहला जत्था कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए रवाना होने वाला है।
गर्मी से बचने के इंतजाम
कैलाश मानसरोवर की यात्रा को देखते हुए नगर निगम और पर्यटन निगम पिछले कई दिनों से कैलाश मानसरोवर भवन की व्यवस्था को ठीक करने में जुटे हुए थे। यात्रियों के पहुंचने से पहले कैलाश मानसरोवर भवन की व्यवस्थाओं को सही कर दिया गया। भवन के रिसेप्शन पर पंजीकरण चेक किया जाता है और इसी के तहत फिर यात्रियों को कमरा अलॉट किया जाता है। रिसेप्शन से लेकर वेटिंग हॉल तक, सभी जगहों पर गर्मी से बचने के लिए भी इंतजाम किए गए हैं।
एसी और कूलर समेत ये सुविधाएं मिलेंगी
इस दौरान कैलाश मानसरोवर भवन में यात्रियों को कई सुविधाएं मिलती हैं। आप अपनी बोरियत मिटाने के लिए अखबार से लेकर पुस्तकों और मैगजीन तक कुछ भी पढ़ सकते हैं। कैलाश मानसरोवर भवन में जेनरेटर भी लगा हुआ है जिससे लाइट भी जाने का झंझट नहीं होगा। यात्रियों को गर्मी से बचाने के लिए एसी और कूलर मौजूद हैं। यात्रियों के लिए रहने से लेकर खाने-पीने तक, सभी तरह की व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं।
जिला प्रशासन की टीम भवन में मौजूद
कैलाश मानसरोवर भवन में 50 यात्रियों का पहला जत्था तीन दिन तक ठहरने वाला है। यात्रियों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन की टीम इस भवन में मौजूद रहेगी। इस टीम से हर रोज रिपोर्ट भी ली जाएगी कि किसी श्रद्धालु को किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है। प्रशासन को उम्मीद है कि कैलाश मानसरोवर भवन से सभी श्रद्धालु एक अच्छा अनुभव लेकर जाएंगे।