HIV/AIDS Test : शादी से पहले कई रसमें होती है। उत्तराखंड में शादी के तुरंत बाद शादी का रजिस्ट्रेशन जरूरी हो गया है। लेकिन भारत के एक राज्य ने शादी से पहले एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर लिया है। जी हां आपने सही सुना, हमारे देश में HIV/AIDS से कई लोग जान गवां रहे हैं। मेघालय सरकार राज्य में बढ़ते HIV/AIDS के मामलों को देखते हुए एक कदम उठाने की तैयारी में है। राज्य सरकार जल्द ही एक नया कानून लाने पर विचार कर रही है, जिसके तहत शादी से पहले HIV/AIDS की जांच करवाना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य मंत्री अम्पारीन लिंगदोह ने शुक्रवार को इस महत्वपूर्ण घोषणा की। राज्य में इस खतरनाक बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
HIV/AIDS को रोकने के लिए कदम
जानकारी के लिए आपको बता दें कि राज्य में HIV/AIDS के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके कारण मेघालय देश में इस बीमारी के मामले में छठे स्थान पर पहुंच गया है। पूर्वोत्तर राज्यों में यह खतरा सबसे अधिक माना जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि गोवा में यह टेस्ट अनिवार्य हो सकता है, तो मेघालय में भी ऐसा कानून क्यों न बनाया जाए। उनका मानना है कि इस कदम से पूरे समाज को लाभ होगा और HIV/AIDS के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी।
कैबिनेट नोट तैयार करने का निर्देश
शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री प्रेस्टन टायन्सॉन्ग की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सामाजिक कल्याण मंत्री पॉल लिंगदोह और ईस्ट खासी हिल्स के आठ विधायकों ने भाग लिया। बैठक में HIV/AIDS से निपटने के लिए एक व्यापक नीति तैयार करने पर विस्तृत चर्चा हुई। स्वास्थ्य विभाग को इस नई नीति के लिए कैबिनेट नोट तैयार करने का निर्देश दिया गया है। मंत्री लिंगदोह ने बताया कि गारो हिल्स और जयंतिया हिल्स में भी इसी प्रकार की बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि हर क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार रणनीति बनाई जा सके। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केवल ईस्ट खासी हिल्स में ही HIV/AIDS के 3,432 मामले सामने आए हैं, लेकिन इनमें से केवल 1,581 मरीज ही नियमित इलाज करवा रहे हैं।
राज्य में बढ़ते जा रहे मामले, 159 लोगों की मौत
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जयंतिया हिल्स में सबसे अधिक मामले हैं, जो चिंताजनक स्थिति है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब जागरूकता की कमी नहीं है, बल्कि मुख्य चुनौती टेस्टिंग और स्क्रीनिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने की है। ईस्ट खासी हिल्स में 159 लोगों की मौत इसलिए हुई क्योंकि वे एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) का इलाज नहीं करवा सके। मंत्री का कहना है कि अगर सही समय पर उचित इलाज हो जाए, तो HIV/AIDS कोई जानलेवा बीमारी नहीं है। यह कैंसर या टीबी की तरह ही एक उपचार योग्य बीमारी है। उन्होंने यह भी बताया कि मेघालय में इस बीमारी का मुख्य कारण असुरक्षित यौन संबंध हैं। हालांकि नशीली दवाओं के इंजेक्शन से फैलने वाले मामले फिलहाल कम हैं, लेकिन नशेड़ियों की पहचान करना एक बड़ी चुनौती है। सरकार का मानना है कि यह कदम न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य की सुरक्षा करेगा, बल्कि पूरे समुदाय में इस बीमारी को फैलने से भी रोकेगा।
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