Delhi News : देश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। हर दिन दोगुना मामलों के आने से स्वास्थ्य विभाग परेशान है। दो गज दूरी की बात न मानना आपको भारी पड़ सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले 24 घंटों में 564 नए केस सामने आये हैं जिसमें से 7 लोगों ने जान भी गवा दी है। आंकड़ों की बात करें तो 4,800 के पार पहुंच चुका है।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड
कोविड के मामलों में तेजी आने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। पर चिंता की बात ये है कि पिछले कुछ दिनों में मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। खासकर दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे शहरों में तो मामले सबसे अधिक मिल रहे हैं। स्थिति में सुधार नहीं होगा तो आने वाले दिनों में इन शहरों में कुछ गाइड लाइन लगानी पड़ेगी।
दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोविड से मौतें दर्ज की गई हैं-
दिल्ली में दो मौतें : जी.डी.डी., सीजर डिसऑर्डर, निमोनिया के साथ सेप्सिस और श्वसन विफलता के कारण 5 महीने के बच्चे की मौत हो गई। इस बीच, डी.एम., एच.टी.एन., हृदय रोग, किडनी रोग, गंभीर ए.आर.डी.एस. से पीड़ित 87 वर्षीय व्यक्ति की कोविड निमोनिया, सेप्सिस और सेप्टिक शॉक के कारण मौत हुई है।
कर्नाटक में 2 मौतें दर्ज की गई : उच्च रक्तचाप, आई.एच.डी. और कीमोथेरेपी से पीड़ित 65 वर्षीय व्यक्ति की जान गई है। कोविड-19 पॉजिटिव स्थिति से जुड़ी टाइप-1 श्वसन विफलता के साथ इलियल अवरोध के कारण सेप्टिक शॉक के कारण 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है।
महाराष्ट्र में 2 मौतें : तीव्र किडनी की चोट से पीड़ित 76 साल के व्यक्ति की मौत दर्ज की गई है। कोविड 19 पॉजिटिव, तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम, कार्सिनोजेनिक शॉक के साथ असामान्य वायरल निमोनिया से 76 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई है। कोविड-19 से जुड़े मल्टी ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम से 79 वर्षीय एक महिला की भी मौत दर्ज की गई है।
राज्यों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई
बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) डॉ. सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में 2 और 3 जून को विभिन्न प्रतिनिधियों के साथ तकनीकी समीक्षा बैठकों आयोजित की गई। जानकारी के अनुसार, जिसमें आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपातकालीन प्रबंधन प्रक्रिया (EMR) प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) और दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पताल और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधि शामिल हैं, ताकि हाल में कोविड-19 स्थिति और तैयारियों के बारे में चर्चा की जा सके।