Ghaziabad news : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को दिए गए स्पष्ट निर्देशों के बावजूद गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) में नियमों की खुलेआम अनदेखी हो रही है. CM योगी ने 2021 में कोविड महामारी के बाद से कई बार अपने आदेश को दोहराया है कि सभी विभागीय अधिकारी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक कार्यालय में मौजूद रहकर जनता की समस्याएं सुनेंगे और उसका तत्काल निस्तारण करेगें। लेकिन जब इसकी तहकीकात के लिए जब news india 24×7 GDA कार्यालय पहुंचा तो मंजर कुछ और ही नजर आया.
रियलिटी चेक में GDA कार्यालय से गायब मिले अफसर
बुधवार को news india 24×7 द्वारा किए गए एक रियलिटी चेक में GDA कार्यालय में जो कुछ तस्वीर देखने को मिली। देखिए इस वीडियो में
▶️गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में उड़ी सीएम योगी के आदेश की धज्जियां
— News India 24×7 (@newsindia24x7_) June 4, 2025
▶️'जनता दरबार में लोगों की समस्या सुनने नहीं पहुंचे अधिकारी' #Ghaziabad @gdagzb @myogiadityanath @UPGovt #YogiAdityanath #Jantadarbar @gksharma1995 pic.twitter.com/M7IOQC1LmG
कार्यालय के बाहर तख्ती पर जनता से मिलने का समय भले ही स्पष्ट रूप से 10 से 12 बजे दर्ज है लेकिन अधिकांश अधिकारी अपनी कुर्सियों से नदारद ही रहते हैं। जिसका नतीजा होता है कि शिकायत करने पहुंचे नागरिकों को कर्मचारियों की ओर से वही पुराना जवाब सुनने को मिलता साहब ट्रैफिक में फंसे हैं, या साहब रास्ते में हैं।
GDA जैसे अहम संस्थान में अधिकारियों की अनुपस्थिति से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए घंटों इंतजार करते रहे लेकिन कोई सुनने वाला है ही नहीं.
क्या केवल कागज़ी आदेश बनकर रह गए हैं CM के निर्देश?
इस स्थिति में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन केवल कागजों तक ही सीमित रह गया है? जब एक उच्चस्तरीय आदेश को भी नजरअंदाज किया जा रहा है तो प्रदेश के अन्य विभागों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में लापरवाह अधिकारियों पर कोई सख्त कार्रवाई करेंगे या फिर यह मुद्दा भी GDA दफ्तर से गायब रह रहें अफसर की तरह गायब हो जाएगा.