पटना/नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुईं हैं। राज्य में साल के आखिर में विधानसभा के चुनाव होने हैं, इससे पहले NDA और INDIA में टिकट बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। दोनों गठबंधन में शामिल नेता लगातार बैठकें कर रहे हैं।
इस बीच खबर है कि विपक्षी महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो चुका है। चलिए जानते हैं कि कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ सकता है…
राजद
राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी 2025 के विधानसभा चुनाव में 130 से 135 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। पिछली चुनाव में आरजेडी ने 144 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे, जिसमें उसे 75 सीटों पर जीत मिली थी। बताया जा रहा है कि इस बार पशुपति पारस और मुकेश सहनी के लिए राजद को कुछ सीटों का त्याग करना पड़ सकता है।
कांग्रेस
कांग्रेस ने 2020 के चुनाव में 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें उसे सिर्फ 19 सीट पर जीत मिली थी। इस बार भी कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन पिछले चुनाव के नतीजों को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस को 50 से 60 सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा।
सीपीआई माले
राजद और कांग्रेस को जहां सीटों का त्याग करना पड़ सकता है, वहीं सीपीआई माले को लड़ने के लिए ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। सीपीआई माले ने पिछली बार 19 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें उसे 12 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार माले ने 42 सीटें मांगी हैं। अब देखना होगा कि उसे इस बार कितनी सीटें मिलेंगीं।
बाकी मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को 8 से 10 सीटें लड़ने के लिए मिल सकती हैं।