Lucknow News : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में 60,244 नवनियुक्त पुलिस कार्मिकों को नियुक्ति पत्र दिया है। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया की जमकर सराहना की। गृहमंत्री ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कहा कि योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में एक परिवर्तनकारी युग की शुरुआत हुई है और इन 60,244 युवाओं में से किसी को भी एक पाई की रिश्वत नहीं देनी पड़ी है।

न खर्च, न पर्ची, न सिफारिश के परीक्षा
अमित शाह ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि इस भर्ती प्रक्रिया में न खर्च, न पर्ची, न सिफारिश और न ही जाति के आधार पर कोई भेदभाव हुआ है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस देश का सबसे बड़ा पुलिसबल है और आज 60,244 युवा इसके अभिन्न अंग बन रहे हैं, जिनमें 12 हजार से अधिक बेटियां भी शामिल हैं। गृहमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए आरक्षित पदों का शत-प्रतिशत लाभ उत्तर प्रदेश में सुनिश्चित किया गया है।

अमित शाह ने यूपी पुलिस की सराहना की
अमित शाह ने 2017 के बाद प्रदेश में आए बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी पुलिस ने नई बुलंदियों को छूना शुरू किया है और प्रदेश अब दंगामुक्त हो चुका है। उन्होंने तकनीक के उपयोग की सराहना करते हुए कहा कि कैमरे, कंट्रोल रूम, कमांड सेंटर और 150 से अधिक ऑन-व्हील फॉरेंसिक साइंस लैब वैन ने भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया है।

न्याय तीन साल में मिलगा- अमित शाह
गृहमंत्री ने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त हो जाएगा। उन्होंने आतंकवाद के विरुद्ध भी सरकार की सख्त नीति की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय वायुसेना ने आतंकियों के मुख्यालयों को चूर-चूर कर दिया है। अमित शाह ने नवनियुक्त कार्मिकों को सुरक्षा, सेवा और संवेदनशीलता का मंत्र देते हुए कहा कि यूपी पुलिस गरीब, पिछड़े और आदिवासी समुदायों के लिए मसीहा के रूप में दिखनी चाहिए। उन्होंने भारतीय न्याय संहिता जैसे नए कानूनों का उल्लेख करते हुए कहा कि अगले पांच साल में ऐसी व्यवस्था बनेगी जिसमें एफआईआर से सुप्रीम कोर्ट तक का न्याय मात्र तीन साल में मिल सकेगा।
