Andhra Pradesh: आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। इसमें बड़ी बात यह है कि घटना भी उस समय की है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी का काफिला इलाके से गुजर रहा था।
सड़क के किनारे खड़े व्यक्ति को कुचला
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि काफिले में शामिल एक वाहन ने सड़क किनारे खड़े एक व्यक्ति को ऐसे कुचल दिया,जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हादसा इतना वीभत्स था कि मृतक व्यक्ति का सिर वाहन के पिछले टायर के नीचे आ गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि VIP मूवमेंट के दौरान आम जनता की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
अफरातफरी के माहौल में हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो यह हादसा उस समय का है जब मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी का काफिला इलाके से गुजर रहा था और उन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर जमा हो गए थे। उसी समय अफरातफरी के माहौल में यह हादसा हुआ और प्रशासन की तरफ से कोई भी समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुंच सका।
సింగయ్య ను చంపింది జగన్ వాహనం..
— prasad (@prasad11077) June 22, 2025
నీ అధికార దాహం కోసం ఎంతమందిని చంపుతావ్ జగన్.
కనీసం మనిషి నీ కార్ కింద పడిపోతే ఆగి హాస్పిటల్ కు తీసుకువెళ్లాలని కూడా తెలియదా?
వీడిన ఏం చేయాలో ప్రజలు నిర్ణయించాలి!#EndOfYCP #AndhraPradesh pic.twitter.com/RoVD5z7QtE
वायरल हो रहा वीडियो
वहीं, इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल किया जा रहा है, जिसमें साफ तौर पर नजर आ रहा है कि सड़क के किनारे खड़ा एक व्यक्ति धक्का लगने से अचानक कार के पास पहुंचता है और अगले ही पल मुख्यम्ंत्री के काफिले की गाड़ी का पिछला टायर उसके सिर को कुचल देता है। वीडियो इतना वीभत्स है कि उसे देखने वाले की रूह तक कांप जाएगी। अब सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को वीआईपी मूवमेंट के नाम पर आम लोगों की जान जोखिम में डालने का मामला बता रहे हैं।
गुंटूर का निवासी था मृतक
सूत्रों के मुताबिक, मृतक की पहचान गुंटूर जिले के ही निवासी के रूप में हुई है। इतना ही नहीं मृतक जगन मोहन रेड्डी का समर्थक था और उन्हें देखने के लिए वहां खड़ा था। वहीं परिवार वालों ने उनके बेटे की मौत का कारण प्रशासन की लापरवाही को बताया।
शुरुआत में प्रशासन की ओर से नहीं आया बयान
इस पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि शुरुआत में प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। यह चुप्पी न सिर्फ लोगों को परेशान कर रही है,बल्कि सवाल भी उठा रही है कि क्या वीआईपी मूवमेंट के दौरान आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं रह जाती?
विपक्षी नेताओं ने लगाया आरोप
दूसरी तरफ, मामले को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। विपक्षी नेताओं का आरोप है कि “जगन रेड्डी की सरकार में आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं है। अगर यह हादसा किसी आम नेता की वजह से हुआ होता तो अब तक हत्या का मामला दर्ज हो चुका होता, लेकिन चूंकि यह मुख्यमंत्री के काफिले से जुड़ी घटना है, इसलिए सभी चुप हैं।”
सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही
हालांकि, मामला बढ़ता देख जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आई। बताया जा रहा है कि घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है और CCTV फुटेज की जांच की जा रही है। यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या यह जांच निष्पक्ष होगी? जिसको लेकर अब लोग तरह-तरह के सवाल कर रहे हैं।