Noida News : मां के बाद पिता के पास ही बेटियां सबसे ज्यादा सेफ महसूस करती हैं। बेटी को थोड़ी सी भी दिक्कत आए तो पिता का दिल सहम सा जाता है। लेकिन जब पिता उसकी रक्षा नहीं कर पाता है तो उसको कैसा महसूस होता होगा। दरअसल, नोएडा से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है जिसमें पिता के दोस्तों ने उसकी 9 साल की बेटी के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया है। तीनों दोस्त लगातार उसके घर आते और वारदात को अंजाम देते थे। कक्षा एक में पढ़ने वाली 9 साल की मासूम कुछ समझ पाती उससे पहले उसकी तबीयत बिगड़ गई। ऐसे में पिता जब उसे अस्पताल लेकर गया तब मामले का खुलासा हुआ। बताया जा रहा है कि बच्ची मां और पिता से अलग रहती हैं। पिता अपने तीन बच्चों के साथ नोएडा के सेक्टर-21 में सर्वेंट क्वार्टर में रह रहा था।
तबीयत बिगड़ी तो हुआ मामले का खुलासा
यह घटना तब सामने आई जब मंगलवार को पिता बेटी को किसी निजी अस्पताल में दिखाने ले गया। बच्ची के चेकअप में डॉक्टरों ने ये सुनिश्चित किया कि मासूम का रेप हुआ है। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस के अनुसार, बच्ची कक्षा एक की छात्रा है। वह पिता और अपने दो भाई-बहन के साथ रहती है। उसके पिता सेक्टर-21 में साफ-सफाई का काम करते हैं वहीं वह सर्वेंट क्वाटर में रहते हैं। उसकी मां पिता से कई साल पहले अलग हो गई थी। भाई ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर मेरी बहन ने पापा को बताया की उसके साथ गलत हुआ है, तब जाकर हम डॉक्टर के पास गए और मामले के बारे में बताया।
अधेड़ उम्र के हैवान गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक 35 साल का है जो कपड़े स्त्री का काम करता है, दूसरा 50 साल का सिक्योरिटी गार्ड, तीसरा 55 साल का है जो एक ड्राइवर है। तीनों का बच्ची के घर आना जाना लगा रहता था। जब पिता घर पर नहीं होता इसका फायदा उठाकर दोस्तों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पिता के के दोस्तों के खिलाफ बीएनएस की धारा (पोक्सो) के तहत मुकदमा दर्ज कराया और गुरुवार को तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
गौर करने वाली बात
पुलिस का कहना है कि बच्ची फिलहाल ठीक है। लेकिन नोएडा जैसे शहर में ऐसी घटनाओं का सामने आना चिंता का विषय है। बड़ी तो छोड़ दो छोटी-छोटी मासूम बच्चियां भी सेफ नहीं हैं। इस बच्ची की मानसिक स्थिति क्या रही होगी जब ये सब हो रहा होगा। बच्ची और उसके भाई बहनों का क्या भविष्य होगी क्या बच्ची इस घटना को भूल पाएगी। आरोपियों को सजा होगी कि नहीं। शायद मां साथ रहती तो ऐसी नहीं होती… ऐसे कई सवाल और संभावनाएं सोची जा सकती हैं। लेकिन दरिंदगी का शिकार बनने वाली बच्चियों का जीवन किसी युद्ध के मैदान से कम नहीं होता है। जहां उसको समाज, अपनों से, अपने गुनहगारों ने लड़ना होता है….