खत्म होगा अब खामेनेई का शासन! सुप्रीम लीडर के भतीजे का आह्वान- ईरान में इस्लामी शासन का अंत जरूरी

खत्म होगा अब खामेनेई का शासन! सुप्रीम लीडर के भतीजे का आह्वान- ईरान में इस्लामी शासन का अंत जरूरी

Khamenei

Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच स्थिति और ख़राब होती जा रही है। लगातार हो रहे हमले में ईरान के 639 लोगों की मौत हो गई है। अमेरिकन मीडिया के मुताबिक अमेरिका भी किसी समय इस युद्ध में कूद सकता है। इन सबके बीच ईरान से एक चौंकाने वाली आवाज उठी है, वो भी खामेनेई के परिवार से। ईरान से निर्वासित होने के बाद फ़्रांस में रह रहे अयातुल्ला अली खामेनेई के भतीजे महमूद मोरदखानी ने एक इंटरव्यू में कहा है कि वो युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। इस्लामिक गणराज्य के अंत के साथ ही ईरान में असली शांति आएगी।

ये जरूरी है

मोर्दखानी ने कहा- “इस शासन को मिटाने के लिए कुछ भी करना ज़रूरी है। अब जब हम इतनी दूर आ गए हैं, तो यह करना ही होगा,”। 1986 में ईरान छोड़ने वाले मोर्दखानी अपने चाचा के निरंकुश शासन के कड़े आलोचक रहे हैं। उन्होंने रॉयटर्स से कहा कि इज़राइल के साथ सैन्य टकराव दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन यह ऐसी व्यवस्था में अपरिहार्य हो जाती है जो न झुकती है और न ही किसी तरह के सुधार को स्वीकार करती है।

डरा हुआ चूहा है खामेनेई

उन्होंने आगे कहा कि यह जितनी जल्दी खत्म हो, उतना अच्छा है। इसका अंत इस्लामिक गणराज्य की समाप्ति के साथ होना चाहिए। अन्यथा यह एक व्यर्थ की हार होगी और मुझे अब भी विश्वास है कि शासन इसका बदला लेगा। आपको बता दें कि ईरान के पूर्व शाह मोहम्मद रजा पहलवी के बेटे रेजा पहलवी की तरफ से भी शासन के अंत का आह्वान किया गया है। उन्होंने खामेनेई को एक डरा हुआ चूहा बताया, जो छुपकर अंडरग्राउंड हो गया है।

ईरान में 639 की मौत

बीते 6 दिनों से हो रहे युद्ध में इजरायल के 24 लोग मारे गए हैं। वहीं वॉशिंगटन के एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप की ओर से दावा किया गया है कि ईरान में 639 लोगों की मौत हुई है।1300 से ज्यादा लोग घायल हैं। इजराइल ने ईरान से दो शहरों को खाली करने के लिए कहा है। IDF अराक और खोंडब में सैन्य ठिकानों पर हमला करेगा।

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