नई दिल्ली। ईरान के मिलिट्री ठिकानों और न्यूक्लियर साइट्स पर इजरायल की बमबारी जारी है। इजरायल की कोशिश है कि ईरान के बड़े सैन्य अधिकारियों और सरकार में बैठे लोगों को मारकर अयातुल्ला खामनेई की सत्ता को कमजोर किया जाए। इजरायल अपनी इस कोशिश में थोड़ा बहुत कामयाब भी हो चुका है। उसने अब तक 7 ईरानी सैन्य जनरलों को मार गिराया है। हालांकि इजरायली सेना अभी तक सुप्रीम लीडर खामनेई को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाई है।
इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि ईरान ने अपने सुप्रीम लीडर को तेहरान के सबसे सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया है। यह ठिकाना ऐसी जगह पर है, जहां पर इजरायल चाहकर भी कोई हमला नहीं कर सकता है।
खामनेई पर हमला क्यों नहीं कर सकता इजरायल
ईरान की सेना ने सुप्रीम लीडर खामेनेई को परिवार सहित तेहरान के लाविजान में स्थित बंकर में भेज दिया गया है। खामनेई अब इस बंकर से ईरान का नेतृत्व करेंगे। लाविजान के इस बंकर को तेहरान की सबसे सुरक्षित जगह मानी जाती है। यह ईरानी सुप्रीम लीडर के आधिकारिक आवास से करीब 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस बंकर की सुरक्षा ईरानी सेना के सबसे काबिल सैनिक करते हैं।
इजरायल के लिए इस बंकर पर मिसाइल गिराना आसान नहीं है। इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEI) के मुताबिक लाविजान में ही ईरान की एक यूरेनियम साइट भी मौजूद है। ऐसे में अगर इजरायल ने हमला किया तो न्यूक्लियर रेडिएशन का खतरा बढ़ जाएगा, जिससे लाखों लोगों की जिंदगी पर संकट आ सकता है।
इजराइल कभी नहीं चाहेगा कि इस तरह का हमला कर वह पूरी दुनिया में बैकफुट पर चला जाए। यह स्थिति उसके लिए युद्ध से भी बहुत ज्यादा बदतर हो सकती है। अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश जो इजरायल का लगातार समर्थन करते आए हैं, वो अपना समर्थन वापस ले सकते हैं।