Eid ul-Adha 2025: आज देशभर में मुस्लिम समुदाय के सबसे अहम त्योहारों में शुमार बकरीद यानी ईद-उल-अजहा का पर्व पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। अल्लाह के प्रति आस्था और समर्पण का यह पर्व इस्लाम धर्म में पैगंबर इब्राहीम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है।
ईदगाहों में अदा की गई विशेष नमाज
सुबह से ही मस्जिदों और ईदगाहों में विशेष नमाज अदा की गई। इस मौके पर लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। ईदगाहों में नमाज के बाद धर्मगुरुओं ने अल्लाह के प्रति आस्था और मानवता के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।
इस अवसर पर परंपरागत रूप से लोग बकरों और अन्य जानवरों की कुर्बानी कर अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं। कुर्बानी का मांस तीन हिस्सों में बांटा जाता है, एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों में वितरित किया जाता है, दूसरा रिश्तेदारों व पड़ोसियों में, और तीसरा हिस्सा घर के लिए रखा जाता है।
भाईचारे और सौहार्द का संदेश
त्योहार के मौके पर घरों में विशेष पकवान जैसे बिरयानी, काबाब, सींक कबाब और सेवइयां बनाकर परिवार और दोस्तों के साथ बांटे जा रहे हैं। छोटे-बड़े सभी लोग नए कपड़े पहनकर त्योहार की खुशियां मना रहे हैं। बकरीद पर मुसलमान अपने रिश्तेदारों और मित्रों को मुबारक संदेश भेजकर भी इस त्योहार की खुशी को साझा कर रहे हैं। इस दिन हर घर और मोहल्ले में भाईचारे और सौहार्द का संदेश सुनाई देता है।
त्योहार को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुलिस और प्रशासन ने त्योहार को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। जगह-जगह पुलिस बल तैनात है, ताकि लोग शांतिपूर्ण माहौल में पर्व मना सकें। बकरीद के पर्व पर यह संदेश भी दिया जा रहा है कि यह त्योहार न सिर्फ त्याग और सेवा का प्रतीक है, बल्कि समाज में भाईचारा और इंसानियत की भावना को मजबूत करने का जरिया भी है।