Operation Sindoor : 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा पिछले महीने चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाक अब भारत की कॉपी करने जा रहा है.ऑपरेशन सिंदूर के कारण हुए पाक में वायुसैनिक अड्डों और आतंकवादी ठिकानों के नुकसान को लेकर वैश्विक समर्थन प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान ने सोमवार को अमेरिका और ब्रिटेन जैसे अन्य देशों से राजनयिक संपर्क बढ़ाने के लिए अपने प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं.पाकिस्तान ने सोमवार को अपने वैश्विक कूटनीतिक प्रयास का ब्यौरा जारी किया. जिसके बारे में पाक का कहना है कि इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच समस्याओं से निपटने के लिए वार्ता के महत्व को उजागर करना है.
मीडिया रिपोर्ट में विदेश कार्यालय के बयान का हवाला देते हुए कहा गया है कि पाकिस्तान की कूटनीतिक पहुंच भारत द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए कई देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने के कुछ दिनों बाद आई है. पाक का यह प्रतिनिधिमंडल अपने देश के लिए समर्थन जुटाने के लिए दो टीमें अलग-अलग दिशाओं की ओर मार्च कर रही हैं.
बिलावल भुट्टो कर रहें प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व
विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान का एक उच्च स्तरीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल 2 जून 2025 से न्यूयॉर्क, वाशिंगटन डीसी, लंदन और ब्रुसेल्स का दौरा करेगा. नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो कर रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में संघीय मंत्री मुसादिक मलिक, पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और खुर्रम दस्तगीर खान, पूर्व मंत्री सैयद फैसल अली सुब्जवारी और शेरी रहमान, सीनेटर बुशरा अंजुम बट शामिल हैं. इसमें दो पूर्व विदेश सचिव,जलील अब्बास जिलानी और तहमीना जंजुआ भी शामिल हैं. वहीं पाक प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमंडल 2 जून से मास्को की यात्रा पर जाने वाला था जिसके गठन का विवरण साझा नहीं किया गया.
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी के बाद भारत ने अपनी कूटनीति पहुंच के तहत 33 वैश्विक राजधानियों में सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया. इसके बाद भारत ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर हमले किए. जिसके बाद बौखलाया पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया. लेकिन भारतीय सेना ने पाकिस्तानी कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया. फिर 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए संघर्ष विराम लागू किया गया.